चेहरे की खूबसूरती के लिए आवश्यक टिप्स:
(1.) रोजाना पानी पीना और शरबतों की बजाय ताजगी से भरा फलों और सब्जियों का सेवन करें:
पानी पीना: रोजाना पानी पीने से सही हाइड्रेशन बनाए रखता है और शरीर की सभी क्रियाएं सही ढंग से काम करती हैं।
फलों का सेवन: फलों में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
सब्जियों का सेवन: सब्जियां आपको विटामिन्स, फाइबर और अन्य पोषक पदार्थ प्रदान करती हैं।
नींबू पानी: नींबू पानी शरीर को विटामिन सी प्रदान करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है।
पपीता: पपीता अच्छा पाचन में मदद करता है और सेहत को बनाए रखने में मदद करता है।
खीरा: खीरा हाइड्रेशन बनाए रखता है और शरीर को सुजीव रखता है।
पुदीना पानी: पुदीना पानी पाचनतंत्र को सुधारता है और ठंडक प्रदान करता है।
टमाटर: टमाटर में लाइकोपीन होता है जो कैंसर से बचाव करता है।
गाजर: गाजर विटामिन "ए" से भरपूर होती है और आंतरिक रूप से सुंदरता बढ़ाती है।
केला: केला ऊर्जा देता है और पोटैशियम का स्रोत है।अनार: अनार में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं।
अमरूद: अमरूद में विटामिन सी होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
बैठें न रहें: दिनभर में कुछ कदम चलने से सेहत में सुधार होती है।
ताजगी से भरा नाश्ता: नाश्ते में हेल्दी ओटमील, फ्रूट्स और दही शामिल करें।
हरी चाय: हरी चाय में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
सुपरफूड्स: ब्रॉकली, खुबानी, और खजूर जैसे सुपरफूट्स आपकी सेहत को निखारता हैं।
सुनहरा धूप: धूप में विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।
व्रत में फल: व्रत में फलों का सेवन करके आप पोषण को बनाए रख सकते हैं।
नींद पूरी करें: नींद की कमी से बचने के लिए प्रतिदिन पर्याप्त नींद लें।
मिताहार: अत्यधिक मिठा और तली हुई चीजों की बजाय संतुलित आहार लें।
(2.) अच्छी नींद लें क्योंकि यह त्वचा के लिए महत्वपूर्ण है:
अच्छी नींद लें क्योंकि यह त्वचा के लिए महत्वपूर्ण है। अतः हमें इन बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए।
समय पर सोएं: नियमित नींद के लिए समय पर सोना महत्वपूर्ण है।
नींद का समय: दिन में 7-9 घंटे की नींद लें ताकि शरीर पूरी तरह से आराम पा सके।
रात्रि में नींद: रात्रि में सोना त्वचा के लिए विशेषकर महत्वपूर्ण है क्योंकि इस समय त्वचा में पुनर्निर्माण होता है।
नींद की गुणवत्ता: नींद की गुणवत्ता में सुनिश्चित हों। यह त्वचा के लिए उपयुक्त है।
ध्यानपूर्वक सोना: शांति और ध्यान में होकर सोना त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहारा करता है।
नींद की तंतु: अपने बिस्तर की तंतु को न्यूनतम रखें ताकि त्वचा को आराम मिल सके।
नींद के पॉजिशन: अपनी सोने की पॉजिशन को सही चुनें जिससे त्वचा पर दबाव कम हो।
सुगंधित वातावरण: सोने के लिए धुंआदार और सुगंधित वातावरण बनाएं।
ताजगी से भरी मात्रा में भोजन: रात के खाने में ताजगी से भरा और हल्का भोजन करें।
नींद की रूटीन: नींद की नियमित रूटीन बनाएं जिससे शरीर की आदतें सुस्ती नहीं आएगी।
उपयुक्त बिल्कुल तंतु: त्वचा के लिए सही तंतु का चयन करें जिससे दबाव कम हो।
नींद के लिए एकाग्रता: सोने से पहले रिलैक्सेशन तकनीकें अपनाएं ताकि मन शांत होकर सो सके।
नींद के लिए उपयुक्त मैट्रेस: सही मैट्रेस का चयन करें जो त्वचा के लिए सहारा करे।
नींद की अच्छी गुणवत्ता का ध्यान रखें: नींद की गुणवत्ता पर ध्यान दें। जैसे कि समय पर सोना और सोने का अच्छा वातावरण।
स्क्रीन समय का पाबंदी: सोने से पहले स्क्रीन का समय पर बंद करें ताकि नींद का निरंतरता बना रहे।
(3.) योग और आसनों को नियमित रूप से करें ताकि चेहरे की मुस्कान बनी रहे।
प्रारंभ करने से पहले, सही तरीके से प्राणायाम करें।
सुबह के समय योग करने से चेहरे पर नया जीवन आता है।
अपने आसनों को सही तरीके से करने के लिए एक योग गुरु से मिलें।
सांस लेने के लिए ध्यान केंद्रित रहें। यह चेहरे को निखारता है।
योगासनों को सही सीक्वेन्स में करें। जैसे कि सूर्यनमस्कार।
अपने चेहरे की मुस्कान को बढ़ाने के लिए आंतरिक हंसी को प्रोत्साहित करें।
रोजाना 15-20 मिनट के लिए मेडिटेशन करें।
नींद पूरी करें, इससे चेहरे पर ताजगी बनी रहती है।
खूबसूरत आदतें डालें, जैसे कि तंबाकू छोड़ना।
ताजगी बनाए रखने के लिए प्राकृतिक फलों और सब्जियों का सेवन करें।
दिनभर में कम से कम एक बार गुलाब जल के साथ अपना चेहरा धोएं।
योग नियमितता से करें। इससे चेहरे की रंगत में सुधार होता है।
सुबह के समय सूर्य के प्रकाश में योग करने से त्वचा की चमक बढ़ती है।
हरियाली युक्त चाय या पानी से रोजाना शरीर को शुद्ध करें।
चेहरे को हरित पत्तियों से पोंछने से त्वचा का निखार बना रहता है।
(4.) धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाएं जिससे त्वचा को सुरक्षित रखा जा सके।
सनस्क्रीन का चयन: उच्च SPF वाले सनस्क्रीन का चयन करें और त्वचा के प्रकार के आधार पर सही तरीके से चयन करें।
रोजाना लगाएं: हर दिन सनस्क्रीन लगाना न भूलें चाहे बारिश हो या धूप। इससे त्वचा को सुरक्षा मिलेगी।
उचित मात्रा में लगाएं: सनस्क्रीन को उचित मात्रा में लगाएं ताकि यह पूरी तरह से अब्जॉर्ब हो सके।
चेहरे और गर्दन पर भी ध्यान दें: चेहरे और गर्दन को भी सनस्क्रीन से बचाएं। ये क्षेत्र धूप के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील होते हैं।
सुर्खियों में ध्यान दें: कान, नाक, गर्दन के पीछे की स्थानों पर भी सनस्क्रीन लगाएं।
साथ में रखें: सनस्क्रीन को साथ में रखें ताकि आप कभी भी लगा सकें।
स्पेशल सनस्क्रीन: त्वचा के अनुसार विशेष सनस्क्रीन का उपयोग करें। जैसे ऑयल-फ्री या सेंसिटिव स्किन के लिए सनस्क्रीन।
रीअप्लाई करें: धूप में ज्यादा समय बिताने के बाद, हर 2 घंटे में एक बार सनस्क्रीन को रीअप्लाई करें।
कैप और सनग्लास: कैप और सनग्लास पहनें ताकि आपका चेहरा और आँखें सीधे सूर्य के प्रकाश से बचे रहें।
धूप से बचें: सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले के समय में बाहर जाने से बचें।
बच्चों के लिए विशेष सनस्क्रीन: बच्चों को विशेष बचाव के लिए डिजाइन किए गए सनस्क्रीन का उपयोग करें।
अंधकार में भी लगाएं: अंधकार में भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें क्योंकि यह UV की बीमारियों से बचाव करता है।
घर पर बनाएं: घर पर प्राकृतिक सनस्क्रीन बनाने के लिए आलोवेरा, नारियल तेल और जोजोबा तेल का इस्तेमाल करें।
हाथ-पैरों का ध्यान रखें: हाथ-पैरों को भी धूप से बचाने के लिए सनस्क्रीन से बचाएं।
सनब्लॉक की जाँच: सनब्लॉक की स्थिति को नियमित रूप से जाँचते रहें और नई साइंस और तकनीक के साथ अपग्रेड करें।
(5.) तंतु से बचने के लिए प्रतिदिन त्वचा को अच्छे तरीके से साफ करें।
नियमित स्नान: प्रतिदिन नियमित रूप से स्नान करना तंतु से बचाव में मदद करता है।
उच्च गुणवत्ता वाला साबुन उपयोग करें: त्वचा के लिए अच्छा साबुन चयन करें जो नमी को बनाए रखे।
हल्का गरम पानी का इस्तेमाल करें: त्वचा को साफ करने के लिए हल्का गरम पानी उपयोग करें जो रूखापन को कम करता है।
मोइस्चराइज़र लगाएं: नमी को बनाए रखने के लिए अच्छा मोइस्चराइज़र लगाएं।
हल्का एक्सफोलिएट करें: हफ्ते में एक बार त्वचा को हल्के से एक्सफोलिएट करें।
अच्छी डाइट: तंतु से बचने के लिए हेल्दी डाइट अपनाएं जिसमें फल, सब्जियां और पानी शामिल हों।
सूर्य की रोशनी से बचें: बारिश में भी सूर्य क्रीम लगाएं ताकि त्वचा सुरक्षित रहे।
हर दिन पानी पिएं: रोजाना कम से कम 8 ग्लास पानी पिएं ताकि त्वचा हैद्रेटेड रहे।
चेहरे को धुले बिना हाथों से न छूएं: तंतु से बचने के लिए चेहरे को साफ करने के लिए हमेशा हाथों का इस्तेमाल करें।
समय-समय पर चेहरे को धोएं: दिनभर की गंदगी को दूर करने के लिए दिन में कई बार चेहरे को धोएं।
सही तरीके से मेकअप निकालें: सोने से पहले मेकअप को सही तरीके से निकालें।
आलोवेरा जेल लगाएं: आलोवेरा जेल त्वचा को ठंडक पहुंचाती है और तंतु से रक्षा करती है।
प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करें: शहद, निम्बू और दही जैसे प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करें।
प्लेन्टी ऑफ स्लीप: प्रतिदिन काफी नींद लें क्योंकि सही नींद तंतु से बचाव में मदद कर सकती है।
स्ट्रेस कम करें: योग और ध्यान का अभ्यास करें ताकि स्ट्रेस कम हो जो तंतु के उत्पन्न होने का कारण बन सकता है।
(6.) विभिन्न पोषण से भरपूर आहार लें जो त्वचा को पोषण प्रदान करे।
फल और सब्जियां: अनेक विभिन्न रंगों की फल और सब्जियां खाएं जो आपको विभिन्न पोषक तत्व प्रदान करें।
अंडे: अंडे में पूर्ण पोषण होता है। इसलिए इन्हें नियमित रूप से शामिल करें।
दही: दही में प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स होते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
अखरोट और बीज: अखरोट और बीजों में विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
ताजगी से भरपूर पानी: नियमित रूप से पानी पीना, त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
ओमेगा-3 युक्त आहार: समुद्री फूड्स जैसे कि सलमन और तिल, त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
विटामिन C और ए: नारंगी, आम, गाजर, बैटा-कैरोटीन से भरपूर हैं जो त्वचा को निखार और जीवनुकाओं से भर देते हैं।
हरा चाय: अंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हरा चाय पीना, त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
उबली हुई सब्जियां: उबली हुई सब्जियां और दालें, पोषक तत्वों को सही से अवशोषित करने में मदद करती हैं।
शहद: शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
मुल्तानी मिट्टी और नींबू का रस: त्वचा को साफगी से भरपूर बनाए रखने के लिए इस्तेमाल करें।
अदरक और लहसुन: इनमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
पोषण से भरपूर दालें: मूंग, चना, तूर दाल आदि खाएं जो पोषण से भरपूर होती हैं।
रात का हल्का भोजन: रात को हल्का भोजन करना चाहिए ताकि त्वचा को रात में आराम मिल सके।
नियमित व्यायाम: सही पोषण के साथ नियमित व्यायाम भी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
(7.) अधिक देर तक स्क्रीन पर न देखें और न ज्यादा समय तक कंप्यूटर का इस्तेमाल करें।नियमित रूप से आंखों की व्यायाम करें: अपनी आंखों को 20-20-20 नियम के अनुसार हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए दूर की दिशा में देखें।पोस्चर का ध्यान रखें: सीधे बैठने की जगह ठीक से स्क्रीन के सामने बैठें ताकि आपकी पीठ और आँखें ठीक से बनी रहें। ब्लू लाइट ब्लॉकर का इस्तेमाल करें: स्क्रीन से आने वाली ब्लू लाइट को कम करने के लिए एक ब्लू लाइट ब्लॉकर का इस्तेमाल करें। समय सीमित करें: निर्धारित समय के बाद कंप्यूटर का इस्तेमाल करना बंद करें ताकि लंबे समय तक एक स्थिति में न बैठें। अधिक पानी पिएं: अच्छे हाइड्रेशन से आंखों की सुरक्षा में मदद होती है। बिना नजरों के स्क्रीन को छोड़े: आंखों की थकान को कम करने के लिए नियमित अवकाश लें और स्क्रीन से दूर रहें। आंख सुरक्षित करने के लिए आहार में योगदान करें: आंखों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन और आंतरराष्ट्रीय पोषण से भरपूर आहार लें।
धूप में समय बिताएं: नियमित रूप से बाहर जाएं और धूप में समय बिताएं जिससे आपकी आंखों को फायदा हो।
चश्मा पहनें: यदि आपकी दृष्टि में कमी है तो डॉक्टर की सलाह पर चश्मा पहनें।
शीतल पानी के सिक्के का उपयोग करें: आंखों को शीतल पानी से सुखाने के लिए सिक्के का उपयोग करें।
नियमित रूप से चेकअप कराएं: आंखों की सेहत के लिए नियमित रूप से आँखों का चेकअप कराएं।
नींद पूरी करें: प्रतिदिन की नींद का पूरा समय लें ताकि आंखों को अच्छी चार्जिंग मिले।
ऑफलाइन गतिविधियों में भाग लें: अधिक समय तक स्क्रीन के सामने न बैठें बल्कि ऑफलाइन गतिविधियों में भी शामिल हों।
सही रोशनी: स्क्रीन की रोशनी को आपकी सुविधा के अनुसार सही करें ताकि आंखों को बुरा असर न हो।
आंखों की आदतें बनाएं: समय के साथ आंखों की सही देखभाल और आदतें बनाएं ताकि आपकी दृष्टि स्वस्थ रहे।
(8.) अधिक से अधिक हरियाली वाले फलों और सब्जियों का सेवन करें।
नियमित रूप से हरियाली वाले फलों और सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
विभिन्न रंगों की सब्जियों का सेवन करें जैसे कि हरी पत्तियों वाली सब्जियां, लाल गाजर, पीली फल आदि।
ताजगी से भरपूर सब्जियों का चयन करें जिनमें सुगंध और स्वाद हो।
सलाद में ताजगी और विभिन्न सब्जियों का मिश्रण बनाएं।
अनाज, दालें और फल भी अपने आहार में शामिल करें।
तलने या फ्राई करने की बजाय सब्जियों को उबालें, रोस्ट करें।
अधिकतम तेल और मिठाई से बचें और सुगंधित चीजों की बजाय स्वादिष्ट हरियाली वाले आदन-प्रदन का आनंद लें।
नियमित रूप से सैलरी, पालक और मेथी जैसी पत्तियों का सेवन करें क्योंकि इनमें विटामिन और मिनरल्स होते हैं।
फलों को फ्रेश और पूरी तरह से पके हुए ही खाएं।
ताजगी से भरपूर नारियल पानी का सेवन करें जो आपको शीतलता देगा और शरीर को स्वस्थ रखेगा।
तंदुरुस्त तेजी से खाएं और भोजन को धीरे-धीरे चबाकर निगलें।
सिगरेट और अधिक मात्रा में शराब से बचें क्योंकि ये सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
अन्य प्रोटीन स्रोतों के साथ हरियाली वाले फलों और सब्जियों को मिलाकर सेवन करें जैसे कि तोफू और धान्य से बनी चीजें।
शुगर और नमक की मात्रा को कम करें और हमेशा पैन में बना हुआ खाना पसंद करें।
अच्छी नींद, प्रतिदिन की नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
(9.) रोज़ाना काम से लौटते समय त्वचा को अच्छे से साफ करें।
गुनगुना पानी और एक अच्छे फेस वॉश से चेहरा धोएं।
सूखी त्वचा के लिए उपयुक्त मोइस्चराइज़र का उपयोग करें। नियमित अंतराल से सनस्क्रीन लगाएं। त्वचा को गेंहूं के आटे से बनी स्क्रब से साफ करें।
रात को त्वचा पर तेल और नियमित अंतराल से मास्क लगाएं। शाम को एलोवेरा जेल का उपयोग करें।
अच्छे आदतों के साथ नींद पूरी करें। अपने खानपान में ताजगी भरे फल और सब्जियां शामिल करें। तेज गरमी में धूप से बचने के लिए टैनिंग लोशन लगाएं।
नियमित रूप से अंडराइटेड से त्वचा को साफ करें। चेहरे को हल्के हाथों से मसाज करें इससे रक्त संचार बेहतर होता है।
अपनी दिनचर्या में पौष्टिक आहार शामिल करें।
खुद को योग और प्राणायाम से रेगुलरली एक्टिव रखें।
अधिक पानी पीने से त्वचा में नमी बनी रहेगी।
तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन और ध्यान का सामय निकालें।
(10.) नियमित रूप से बाल धोना और बालों की मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
हर हफ्ते बाल धोने के लिए समय निर्धारित करें।
उपयुक्त शैम्पू और कंडीशनर का चयन करें अपने बालों के प्रकृति के अनुसार।
बालों को हल्के हाथों से मसाज करने से उनमें रक्त संचार बढ़ता है।
गरम पानी का इस्तेमाल से बचाएं क्योंकि यह बालों को अधिक से अधिक क्षति पहुंचा सकता है।
बालों को धोने से पहले अच्छे से ब्रश करें ताकि बंदूकें खुल जाएं और बालों में चूँटियों से छुटकारा मिले।
बालों की लंबाई के अनुसार कंडीशनर लागू करें और उसे धोने से पहले अच्छे से निकालें।
ठंडे पानी से बालों को धोएं क्योंकि यह बालों के लिए फायदेमंद होता है।
बालों को सुखा करने के लिए ब्रश का उपयोग करें लेकिन बालों को रूई वाले तौल से बचाएं।
बालों को बुन कर सोने से पहले बालों को ब्रेड या पॉनीटेल में बाँधें.
हर महीने बालों को त्रिकोण शेप में कटवाएं ताकि वे स्वस्थ रहें।
बालों के लिए प्राकृतिक और घरेलू उपचारों का उपयोग करें जैसे ऑवला तेल और शिकाकाई।
बालों को धोने के बाद सुखे बालों को धूप में सुखाएं।
बालों को धोने के लिए हल्के शैम्पू का उपयोग करें, खासकर अगर आपके बाल रूखे हैं।
बालों की नेचुरल लसी से बनाएं जैसे कि दही और शहद का मास्क।
बालों को समय-समय पर तेल और अंडे के मास्क से मोइस्चर करें।
बालों को सीधे सूर्य की रोशनी से चमकारी बाल को दिनभर बचाएं।
सुपरफूड्स खाएं जो बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
बालों को रूके पानी ('रूके पानी' से मतलब है स्थिर या ठहरा हुआ पानी जो बहना या चलना बंद कर दिया होता है। इस अभिव्यक्ति का उपयोग विभिन्न संदर्भों में किया जा सकता है जैसे कि एक नदी का ठहरा हुआ पानी या बारिश के बाद ठहरा हुआ पानी) से धोने से बचें क्योंकि इससे बालों की टूट हो सकती है। अधिकतम हानिकारक तत्वों वाले उत्पादों से बचें जैसे कि सुल्फेट और पैराबेन्स।
सही तरीके से बालों की तारीक़ करने के लिए सोने से पहले सूजी टूथ कॉम्ब का इस्तेमाल करें।
(11.) ताजगी और ऊर्जा के लिए प्रतिदिन व्यायाम करें।
सुबह की धूप में चलना या फिर एक छोटे से पार्क में व्यायाम करना शुरू करें।
रोजाना 30 मिनट तक कम से कम तेजी से चलने का समय निकालें।
योगा और प्राणायाम का अभ्यास करें जो ताजगी और ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
स्विमिंग या साइक्लिंग जैसे आरंभिक शैलियों में शामिल हों।
उच्च इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग को अपनाएं जो जल्दी फायदे प्रदान करता है।
रोजाना कुछ मिनटों के लिए स्ट्रेचिंग करें जो स्ट्रेस को कम करता है।
एक्टिविटी मीटर का इस्तेमाल करके दिनभर की गतिविधियों का ट्रैकिंग करें।
रोजाना किसी न किसी खेल में शामिल होने का प्रयास करें।
एक सप्ताह में कम से कम तीन बार मांस, मछली या दाल खाएं।
सुबह उठते ही पानी पीने की आदत बनाएं।
उच्च प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार लें।
रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद प्राप्त करें।
स्मार्टफोन का उपयोग कम करें और स्क्रीन टाइम को कम करें।
तंबाकू और अधिक शराब से बचें क्योंकि ये ऊर्जा को कम कर सकते हैं।
प्राकृतिक तरीके से ताजगी की ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पेड़ों के नीचे बैठें।
सुबह का नाश्ता न छोड़ें जो दिनभर की ऊर्जा को बनाए रखता है।
हर घंटे में ठंडे पानी की एक गिलास पीना सुनिश्चित करें।
रोजाना कुछ मिनट तक सूर्य दर्शन करना भी ताजगी और ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
अपनी मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए मेडिटेशन करें।
समय-समय पर आयुर्वेदिक चर्बी घटाने के लिए हर्बल टी पीना शुरू करें।
(12.) मस्तिष्क की शांति के लिए ध्यान और मेडिटेशन को शामिल करना चाहिए।
प्रातः के समय उठकर ध्यान करना शुरू करें। ध्यान के लिए एक नियमित समय निर्धारित करें। शांति भरी जगह पर बैठकर ध्यान करें।
सुकून भरी स्थिति में बैठें और आँखें बंद करें। अपनी सांसों का ध्यान रखें। मन को शांत करने के लिए मंत्र जपें। अपने शरीर की जानकारी लें और उसपर ध्यान केंद्रित करें। ध्यान करते समय सुनिश्चित रूप से खुद को बाहरी विचारों से दूर रखें समय-समय पर आते विचारों को नजरअंदाज करें और फिर शांति में वापस लौटें। ध्यान के दौरान शांति और प्रेम की भावना को महसूस करें। गहरी सांस लेकर उसे ध्यानित करें। अपने तनाव को शांत करने के लिए अनुभूति करें स्वाभाविक रूप से हो रहे विचारों को स्वीकार करें और उन्हें छोड़ दें। आसान योगासनों को शामिल करें जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारें। सुन्दर और शांतिप्रद ध्यान संगीत को सुनें।प्रकृति में समय बिताएं और उसकी सुंदरता का आनंद लें। ध्यान करने से पहले शारीरिक व्यायाम करें। समय-समय पर ध्यान को बदलें और नए तकनीकों को आजमाएं। दिनभर की भागदौड़ में थोड़ी देर के लिए भी ध्यान करें। ध्यान का अभ्यास नियमित रूप से करें ताकि यह आपके जीवन में स्थायी बने।
(13.) बुरी आदतों से बचें जैसे कि सिगरेट पीना और अधिक शराब का सेवन करना।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं जिसमें नियमित व्यायाम शामिल हो। आप खाने की सही मात्रा और पूर्ण आहार का ध्यान रखें। सिगरेट और तंबाकू का सेवन बंद करें। यह सेहत के लिए हानिकारक है।
अधिक शराब का सेवन कम करें या बिल्कुल बंद करें। समय प्रबंधन का ध्यान रखें ताकि तनाव कम हो सके। नियमित नींद पूरी करें। कम सोने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। सही तरीके से बैठकर काम करें। ठीक से बैठना शरीर के लिए फायदेमंद है। मस्तिष्क को सकारात्मक रखने के लिए ध्यान या योग अभ्यास करें। खुद को हंसते रहें, मनोबल बनाए रखने के लिए। ताजगी से भरा पानी पीएं, रोजाना की आवश्यकता है। स्वच्छता का ख्याल रखें, यह बीमारियों से बचाव में मदद करता है। आत्म-मानव संबंध बनाए रखें, समर्थन मिलने पर आत्मविश्वास मजबूत होता है। धूम्रपान और शराब का सुनिश्चित रूप से बचाव करें। नई कौशल सीखने और रुचियों को पुनर्जीवित करने के लिए समय निकालें। समय-समय पर स्वास्थ्य जाँच और टेस्ट कराएं। नकारात्मक सोचों को दूर करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सुबह की धूप में ठंडक से भरा खड़ा होने का आदान-प्रदान करें। सही तरीके से विश्राम करें और योगासन का अभ्यास करें। सोशल मीडिया और इंटरनेट का सही तरीके से उपयोग करें। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, दोस्ती मजबूत करने में मदद करता है।
(14.) अधिक से अधिक पानी पीएं ताकि शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल सकें।
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का प्रयास करें। खाने से 30 मिनट पहले और खाने के 2 घंटे बाद पानी पीने का आदत डालें। गरम पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीने से शरीर का विषैला पदार्थ बाहर निकलता है। हर दिन सुबह उठते ही एक गिलास गरम पानी पीने से अच्छा है। नारियल पानी पीने से ताजगी बनी रहती है और विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। पुनरावृत्ति के लिए ताजगी बनाए रखने के लिए हर दिन शीतल पानी पीने का प्रयास करें। हरे और स्वच्छ ताजगी वाले फलों और सब्जियों को अधिकतम खाएं। अनार का रस पीना शरीर की सफाई में मदद करता है। तुलसी की पत्तियों का रस मिलाकर पीना भी अच्छा है। दालचीनी और अदरक के रस को पानी में मिलाकर पीना फायदेमंद है। शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करने के लिए अजवाइन का पानी पीना उपयुक्त है। ताजगी बनाए रखने के लिए पुदीना पत्तियों का रस पीना फायदेमंद है। गौमूत्र पीना भी शरीर को साफ रखने में मदद कर सकता है। खुबानी का प्रयोग विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में करें। ताजगी बनाए रखने के लिए केला खाएं और केले का रस पीना। लौकी का रस भी शरीर को साफ रखने में मदद कर सकता है। मेथी के बीजों को भिगोकर पीने से फायदा हो सकता है। अंजीर का सेवन भी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है हरिताकी पाउडर को गरम पानी के साथ पीना भी शरीर की सफाई के लिए लाभकारी है। रोजाना अदरक और नींबू का रस मिलाकर पीना शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
(15.) चेहरे को ताजगी देने के लिए हर सप्ताह फेस मास्क का इस्तेमाल करें।
नियमित रूप से फेस मास्क का उपयोग करें। हर सप्ताह कम से कम एक बार,
मुद्रिका छोड़कर प्राकृतिक और अमिनो एसिड (अमिनो एसिड जिसे आमतौर पर सिर्फ "अमिनो" कहा जाता है। ये जीवाणु, पौधों और जानवरों में पाए जाने वाले अधिकांश जलीय या आर्गेनिक यौगिक होते हैं। इनमें अमीनो ग्रुप (-NH2) और कार्बॉक्सिलिक ग्रुप (-COOH) मौजूद होते हैं और ये जीवन के विभिन्न प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे कि प्रोटीन निर्माण में) से भरपूर मास्क का चयन करें। अपने त्वचा के प्रकार के अनुसार मास्क को चयन करें - तैलीय या सुखी त्वचा के लिए।
मास्क को सही तरीके से लगाएं। इससे सही प्रभाव मिलेगा। अच्छे और प्राकृतिक उत्पादों से बने मास्क का चयन करें मास्क लगाने से पहले चेहरे को धोकर साफ करें। मास्क का अच्छे से साफ होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे त्वचा को अधिक पर्याप्त हवा मिलेगी। धूप से बचाव के लिए ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का उपयोग करें। त्वचा की मॉइस्चराइजिंग की जरूरत है। इसलिए मास्क पहनने से पहले और बाद में मॉइस्चराइजिंग लोशन का उपयोग करें। अपने चेहरे को नियमित रूप से धोकर स्क्रब करें ताकि मरम्मत हो सके। मास्क पहनते समय आंखों को सुरक्षित रखने के लिए ध्यानपूर्वक नाक पिघला कर मास्क को सही से लगाएं।
एक वर्कआउट के बाद त्वचा को साफ करना महत्वपूर्ण है ताकि विषाद और चिकनाहट बनी रहे। रात में सोने से पहले त्वचा को अच्छे से साफ करें और रात्रि मॉइस्चराइजिंग क्रीम लगाएं। विभिन्न प्रकार के फेस पैक का उपयोग करें जैसे कि मुल्तानी मिट्टी, नीम और शहद। सुबह के समय त्वचा को ताजगी से भरने के लिए रोजाना ताजगीभरा फेस वॉश का इस्तेमाल करें।
आपकी डाइट में अधिकतम पोषक तत्वों को शामिल करें ताकि चेहरा चमकता रहे।
रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद प्राप्त करें क्योंकि यह चेहरे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अपने आहार में खूबसूरती बढ़ाने के लिए फल और सब्जियां शामिल करें। हर दिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पीएं ताकि त्वचा में नमी बनी रहे।
धूप से बचने के लिए ब्रिमहेट का उपयोग करें जिससे त्वचा को नुकसान न हो विशेष रूप से चेहरे की त्वचा की ओर से देखभाल करें ताकि आपकी त्वचा हमेशा निखरी रहे। चेहरे की मसाज करने से रुखी त्वचा में बेहतरी हो सकती है। त्वचा को ताजगी से भरने के लिए विभिन्न तेलों का इस्तेमाल करें जैसे कि आर्गन और कोकोनट तेल। त्वचा को ठंडे पानी से धोने के बाद हल्की मॉइस्चराइजिंग लोशन लगाएं। अपनी जीवनशैली में स्वस्थ रहें। इससे चेहरा स्वस्थ और ताजगी से भरा रहेगा।
(16.) नट्स, सीड्स और ड्राई फ्रूट्स जैसे स्वास्थ्यकर भोजन को अपनाएं।
नट्स को भिगोकर खाना आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। सेसेमी सीड्स में मौजूद कैल्शियम दाँतों और हड्डियों के लिए फायदेमंद है। अखरोट में विटामिन ई और ऑमेगा-3 फैटी एसिड्स हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। ब्लूबेरीज एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं जो आपकी त्वचा को स्वस्थ रखते हैं।
पिस्ता अच्छे फैट्स, प्रोटीन और आयरन का स्रोत है। ड्राई फिग्स में फाइबर से भरपूर होते हैं जो पाचन को सुधारता है।
गोजी बेरीज आंतरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करती हैं। अलमंड्स में विटामिन ई और मैग्नीशियम होता है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
सुनफ्लावर सीड्स में सेलेनियम होता है जो शरीर को मुक्त कर रहा है। चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैट्स और फाइबर होते हैं जो वजन नियंत्रण में मदद करते हैं। कश्यूनट्स में जिंक होता है जो इम्यून सिस्टम को सुधारता है। अवोकाडो में हार्ट-हेल्दी मोनोसैचुरेटेड फैट्स होते हैं।
रेसिन्स में आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम मौजूद हैं। ब्राजील नट्स में सेलेनियम और विटामिन ई होता है जो एंटी-एजिंग फायदेमंद हैं। अच्छे फैट्स वाले मैकाडेमिया नट्स से चर्बी की अधिकता को कम किया जा सकता है।
ड्राई क्रैनबेरीज विटामिन सी का अच्छा स्रोत होती हैं। ओलिव ऑयल से बने ड्राइड टोमैटोज़ लालन को बढ़ा सकते हैं।
कुरकुमा विभिन्न आंतरिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। काजू खाने से आंत्र में स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद हो सकती है। ग्रीन टी से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स आपके स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।
(17.) अच्छी शिक्षा के साथ सही स्किनकेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
दिन में कम से कम 8 घंटे की नींद लें। यह त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
रोजाना सुबह और शाम को अच्छे तेल फ्री फेस वॉश से अपना चेहरा धोएं। हमेशा सूर्य संरक्षण वाला मौसमी तेल लगाएं, खासकर चेहरे, गर्दन और हाथों पर। शुगर और प्रोसेस्ड फूड्स से बचें क्योंकि ये त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। अपनी डाइट में पौष्टिक आहार जोड़ें, जैसे कि फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार। प्रतिदिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पिएं ताकि आपकी त्वचा हमेशा हाइड्रेटेड रहे। रोजाना कम से कम 30 मिनट की व्यायाम करें जो त्वचा की खूबसूरती में मदद कर सकता है। तेज़ गति से सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए मुद्रा के साथ साबुन से मालिश करें। अपनी त्वचा को हर 2-3 दिन में एक बार एक्सफोलिएट करें ताकि यह नए रूप में नए तंतुओं के लिए जगह बना सके। अपने त्वचा का ध्यान रखने के लिए ताजगी देने वाले टोनर का इस्तेमाल करें। त्वचा को बचाए रखने के लिए उचित व्यक्तिगत मॉइस्चराइज़र का चयन करें। धूप से बचने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली सनस्क्रीन का प्रयोग करें। प्रतिदिन के लिए मुद्रा और ध्यान योगा का अभ्यास करें जो त्वचा को चमकदार बना सकता है। सुरक्षित त्वचा साफ़ करने के लिए नींबू और गुलाब जल का उपयोग करें। अपने बालों को सुरक्षित रखने के लिए नैचुरल शैम्पू और कंडीशनर का चयन करें। प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट के लिए अलगमेलग स्किनकेयर रूटीन का समय निकालें। रोजाना कोई भी मेकअप को सोने से पहले पूरी तरह से साफ करें। उचित पोस्ट्यूर बनाए रखने के लिए ध्यान दें, क्योंकि यह त्वचा को सही तरीके से रख सकता है। रोजाना ताजगी और सुखद विचारों को अपने मन में बनाए रखने के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करें। सभी समय रोजाना स्वच्छ रहें और हंसते रहें क्योंकि यह भी त्वचा को स्वस्थ रखने का एक अच्छा तरीका है।
(18.) तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
प्रतिदिन कुछ मिनट श्वासायाम योग अभ्यास करें। सुबह उठते ही ध्यान और प्राणायाम का समय निकालें। योगासनों में से सर्वांगासन और शवासन विशेषकर मन को शांति प्रदान करते हैं। नियमित रूप से आत्म-समीक्षा करें और चिंता को दूर करें। प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें, उबलते पानी की तरह हर क्षण को अनुभव करें। ध्यान में गहराई तक जाएं और अपने आत्मा के साथ जुड़ें। ध्यान के दौरान स्वस्थ और सकारात्मक विचार को प्रोत्साहित करें। प्रतिदिन कुछ समय के लिए चुपचाप बैठकर शांति से बिताएं। आलस्य को दूर करने के लिए योगासनों का पालन करें। सुन्दर संगीत सुनने से भी मानसिक तनाव कम हो सकता है। साथी के साथ समय बिताने परिवार और दोस्तों के साथ आनंदित महसूस करें। योग निद्रा का अभ्यास करके नींद की गुणवत्ता में सुधार करें। साँस लेने और छोड़ने को ध्यान से करें। इससे मानसिक शांति मिल सकती है। आहार में सत्त्विक भोजन को शामिल करें जैसे कि फल, सब्जियां और दालें। योग के माध्यम से शारीरिक और मानसिक लचीलापन बनाए रखने का प्रयास करें। सकारात्मक मंत्र जप करने से मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है। अपने दिन को धन्यवाद और कृतज्ञता के साथ शुरू करें। बाहरी साधना को छोड़कर अंतर्मुखी ध्यान का अभ्यास करें। समस्याओं को स्वीकार करें और स्थिति का सामना करने की क्षमता बढ़ाएं। आत्म-नियंत्रण के साथ, नम्रता और धैर्य के साथ योग का नियमित रूप से अभ्यास करें।
(19.) सुबह और शाम कोई बेसिक स्किनकेयर रुटीन अपनाकर फेस वॉश और मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें।
सुबह और शाम को अच्छे से ब्रिस्टल्स के साथ माइल्ड फेस वॉश से चेहरा धोएं।
उबाले पानी का उपयोग करें, ठंडे पानी से नहीं। अपने त्वचा के टाइप के अनुसार उपयुक्त फेस वॉश का चयन करें। धूप से बचने के लिए सुनस्क्रीन लगाएं जिसमें कम से कम SPF 30 हो। नींबू और शहद का मिश्रण बनाकर त्वचा पर लगाएं। यह त्वचा को निखार देगा। चेहरे को फॉलोइंग टोनर से साफ करें जिसमें सेल्यूलर जलन हो। एलोवेरा जेल को आपके मॉइस्चराइज़र के साथ मिलाकर लगाएं। रात्रि में त्वचा की गहरी मोइस्चराइज़िंग के लिए हाइड्रेटिंग नाइट क्रीम इस्तेमाल करें। कभी भी बिना सर्जिकल ग्लोव्स के चेहरे को न छूएं। खुद को अच्छी तरह से सोने से पहले मेकअप साफ़ करें। नींबू के रस को पानी में मिलाकर चेहरे को अच्छे से धोएं अच्छी तरह से बर्तन करने के लिए उचित मॉइस्चराइज़र का चयन करें। चेहरे को धोने के बाद तेजी से आधिकांश पानी सुखाएं। टॉनर में फेस लेश का उपयोग करें। यह त्वचा को ताजगी प्रदान करता है। उचित पोस्ट-शेविंग लोशन का चयन करें ताकि त्वचा सूखे न जाए। हर 15 दिन में एक बार एक्सफोलिएट करें जिससे मृत कोशिकाएं निकल जाएं।
रोजाना कुछ मिनटों के लिए फेस मास्क लगाएं। अच्छे सोने के आदतें बनाए रखें क्योंकि इससे त्वचा को आराम मिलता है। स्वस्थ आहार लें और पर्याप्त पानी पिएं। यह त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। टॉनर और मॉइस्चराइज़र को आदतन लालटेन और गर्मी में भी लगाएं ताकि त्वचा हमेशा स्वस्थ्य रहे।
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