शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023

चेहरे की खूबसूरती के लिए आवश्यक टिप्स

चेहरे की खूबसूरती के लिए आवश्यक टिप्स:
(1.) रोजाना पानी पीना और शरबतों की बजाय ताजगी से भरा फलों और सब्जियों का सेवन करें:
पानी पीना: रोजाना पानी पीने से सही हाइड्रेशन बनाए रखता है और शरीर की सभी क्रियाएं सही ढंग से काम करती हैं।
फलों का सेवन: फलों में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
सब्जियों का सेवन: सब्जियां आपको विटामिन्स, फाइबर और अन्य पोषक पदार्थ प्रदान करती हैं।
नींबू पानी: नींबू पानी शरीर को विटामिन सी प्रदान करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है।
पपीता: पपीता अच्छा पाचन में मदद करता है और सेहत को बनाए रखने में मदद करता है।
खीरा: खीरा हाइड्रेशन बनाए रखता है और शरीर को सुजीव रखता है।
पुदीना पानी: पुदीना पानी पाचनतंत्र को सुधारता है और ठंडक प्रदान करता है।
टमाटर: टमाटर में लाइकोपीन होता है जो कैंसर से बचाव करता है।
गाजर: गाजर विटामिन "ए" से भरपूर होती है और आंतरिक रूप से सुंदरता बढ़ाती है।
केला: केला ऊर्जा देता है और पोटैशियम का स्रोत है।
अनार: अनार में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं।
अमरूद: अमरूद में विटामिन सी होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
बैठें न रहें: दिनभर में कुछ कदम चलने से सेहत में सुधार होती है।
ताजगी से भरा नाश्ता: नाश्ते में हेल्दी ओटमील, फ्रूट्स और दही शामिल करें।
हरी चाय: हरी चाय में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
सुपरफूड्स: ब्रॉकली, खुबानी, और खजूर जैसे सुपरफूट्स आपकी सेहत को निखारता हैं।
सुनहरा धूप: धूप में विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।
व्रत में फल: व्रत में फलों का सेवन करके आप पोषण को बनाए रख सकते हैं।
नींद पूरी करें: नींद की कमी से बचने के लिए प्रतिदिन पर्याप्त नींद लें।
मिताहार: अत्यधिक मिठा और तली हुई चीजों की बजाय संतुलित आहार लें।
(2.) अच्छी नींद लें क्योंकि यह त्वचा के लिए महत्वपूर्ण है:
अच्छी नींद लें क्योंकि यह त्वचा के लिए महत्वपूर्ण है। अतः हमें इन बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए।
समय पर सोएं: नियमित नींद के लिए समय पर सोना महत्वपूर्ण है।
नींद का समय: दिन में 7-9 घंटे की नींद लें ताकि शरीर पूरी तरह से आराम पा सके।
रात्रि में नींद: रात्रि में सोना त्वचा के लिए विशेषकर महत्वपूर्ण है क्योंकि इस समय त्वचा में पुनर्निर्माण होता है।
नींद की गुणवत्ता: नींद की गुणवत्ता में सुनिश्चित हों। यह त्वचा के लिए उपयुक्त है।
ध्यानपूर्वक सोना: शांति और ध्यान में होकर सोना त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहारा करता है।
नींद की तंतु: अपने बिस्तर की तंतु को न्यूनतम रखें ताकि त्वचा को आराम मिल सके।
नींद के पॉजिशन: अपनी सोने की पॉजिशन को सही चुनें जिससे त्वचा पर दबाव कम हो।
सुगंधित वातावरण: सोने के लिए धुंआदार और सुगंधित वातावरण बनाएं।
ताजगी से भरी मात्रा में भोजन: रात के खाने में ताजगी से भरा और हल्का भोजन करें।
नींद की रूटीन: नींद की नियमित रूटीन बनाएं जिससे शरीर की आदतें सुस्ती नहीं आएगी।
उपयुक्त बिल्कुल तंतु: त्वचा के लिए सही तंतु का चयन करें जिससे दबाव कम हो।
नींद के लिए एकाग्रता: सोने से पहले रिलैक्सेशन तकनीकें अपनाएं ताकि मन शांत होकर सो सके।
नींद के लिए उपयुक्त मैट्रेस: सही मैट्रेस का चयन करें जो त्वचा के लिए सहारा करे।
नींद की अच्छी गुणवत्ता का ध्यान रखें: नींद की गुणवत्ता पर ध्यान दें। जैसे कि समय पर सोना और सोने का अच्छा वातावरण।
स्क्रीन समय का पाबंदी: सोने से पहले स्क्रीन का समय पर बंद करें ताकि नींद का निरंतरता बना रहे।
(3.) योग और आसनों को नियमित रूप से करें ताकि चेहरे की मुस्कान बनी रहे।
प्रारंभ करने से पहले, सही तरीके से प्राणायाम करें।
सुबह के समय योग करने से चेहरे पर नया जीवन आता है।
अपने आसनों को सही तरीके से करने के लिए एक योग गुरु से मिलें।
सांस लेने के लिए ध्यान केंद्रित रहें। यह चेहरे को निखारता है।
योगासनों को सही सीक्वेन्स में करें। जैसे कि सूर्यनमस्कार।
अपने चेहरे की मुस्कान को बढ़ाने के लिए आंतरिक हंसी को प्रोत्साहित करें।
रोजाना 15-20 मिनट के लिए मेडिटेशन करें।
नींद पूरी करें, इससे चेहरे पर ताजगी बनी रहती है।
खूबसूरत आदतें डालें, जैसे कि तंबाकू छोड़ना।
ताजगी बनाए रखने के लिए प्राकृतिक फलों और सब्जियों का सेवन करें।
दिनभर में कम से कम एक बार गुलाब जल के साथ अपना चेहरा धोएं।
योग नियमितता से करें। इससे चेहरे की रंगत में सुधार होता है।
सुबह के समय सूर्य के प्रकाश में योग करने से त्वचा की चमक बढ़ती है।
हरियाली युक्त चाय या पानी से रोजाना शरीर को शुद्ध करें।
चेहरे को हरित पत्तियों से पोंछने से त्वचा का निखार बना रहता है।
(4.) धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाएं जिससे त्वचा को सुरक्षित रखा जा सके।
सनस्क्रीन का चयन: उच्च SPF वाले सनस्क्रीन का चयन करें और त्वचा के प्रकार के आधार पर सही तरीके से चयन करें।
रोजाना लगाएं: हर दिन सनस्क्रीन लगाना न भूलें चाहे बारिश हो या धूप। इससे त्वचा को सुरक्षा मिलेगी।
उचित मात्रा में लगाएं: सनस्क्रीन को उचित मात्रा में लगाएं ताकि यह पूरी तरह से अब्जॉर्ब हो सके।
चेहरे और गर्दन पर भी ध्यान दें: चेहरे और गर्दन को भी सनस्क्रीन से बचाएं। ये क्षेत्र धूप के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील होते हैं।
सुर्खियों में ध्यान दें: कान, नाक, गर्दन के पीछे की स्थानों पर भी सनस्क्रीन लगाएं।
साथ में रखें: सनस्क्रीन को साथ में रखें ताकि आप कभी भी लगा सकें।
स्पेशल सनस्क्रीन: त्वचा के अनुसार विशेष सनस्क्रीन का उपयोग करें। जैसे ऑयल-फ्री या सेंसिटिव स्किन के लिए सनस्क्रीन।
रीअप्लाई करें: धूप में ज्यादा समय बिताने के बाद, हर 2 घंटे में एक बार सनस्क्रीन को रीअप्लाई करें।
कैप और सनग्लास: कैप और सनग्लास पहनें ताकि आपका चेहरा और आँखें सीधे सूर्य के प्रकाश से बचे रहें।
धूप से बचें: सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले के समय में बाहर जाने से बचें।
बच्चों के लिए विशेष सनस्क्रीन: बच्चों को विशेष बचाव के लिए डिजाइन किए गए सनस्क्रीन का उपयोग करें।
अंधकार में भी लगाएं: अंधकार में भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें क्योंकि यह UV की बीमारियों से बचाव करता है।
घर पर बनाएं: घर पर प्राकृतिक सनस्क्रीन बनाने के लिए आलोवेरा, नारियल तेल और जोजोबा तेल का इस्तेमाल करें।
हाथ-पैरों का ध्यान रखें: हाथ-पैरों को भी धूप से बचाने के लिए सनस्क्रीन से बचाएं।
सनब्लॉक की जाँच: सनब्लॉक की स्थिति को नियमित रूप से जाँचते रहें और नई साइंस और तकनीक के साथ अपग्रेड करें।
(5.) तंतु से बचने के लिए प्रतिदिन त्वचा को अच्छे तरीके से साफ करें।
नियमित स्नान: प्रतिदिन नियमित रूप से स्नान करना तंतु से बचाव में मदद करता है।
उच्च गुणवत्ता वाला साबुन उपयोग करें: त्वचा के लिए अच्छा साबुन चयन करें जो नमी को बनाए रखे।
हल्का गरम पानी का इस्तेमाल करें: त्वचा को साफ करने के लिए हल्का गरम पानी उपयोग करें जो रूखापन को कम करता है।
मोइस्चराइज़र लगाएं: नमी को बनाए रखने के लिए अच्छा मोइस्चराइज़र लगाएं।
हल्का एक्सफोलिएट करें: हफ्ते में एक बार त्वचा को हल्के से एक्सफोलिएट करें।
अच्छी डाइट: तंतु से बचने के लिए हेल्दी डाइट अपनाएं जिसमें फल, सब्जियां और पानी शामिल हों।
सूर्य की रोशनी से बचें: बारिश में भी सूर्य क्रीम लगाएं ताकि त्वचा सुरक्षित रहे।
हर दिन पानी पिएं: रोजाना कम से कम 8 ग्लास पानी पिएं ताकि त्वचा हैद्रेटेड रहे।
चेहरे को धुले बिना हाथों से न छूएं: तंतु से बचने के लिए चेहरे को साफ करने के लिए हमेशा हाथों का इस्तेमाल करें।
समय-समय पर चेहरे को धोएं: दिनभर की गंदगी को दूर करने के लिए दिन में कई बार चेहरे को धोएं।
सही तरीके से मेकअप निकालें: सोने से पहले मेकअप को सही तरीके से निकालें।
आलोवेरा जेल लगाएं: आलोवेरा जेल त्वचा को ठंडक पहुंचाती है और तंतु से रक्षा करती है।
प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करें: शहद, निम्बू और दही जैसे प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करें।
प्लेन्टी ऑफ स्लीप: प्रतिदिन काफी नींद लें क्योंकि सही नींद तंतु से बचाव में मदद कर सकती है।
स्ट्रेस कम करें: योग और ध्यान का अभ्यास करें ताकि स्ट्रेस कम हो जो तंतु के उत्पन्न होने का कारण बन सकता है।
(6.) विभिन्न पोषण से भरपूर आहार लें जो त्वचा को पोषण प्रदान करे।
फल और सब्जियां: अनेक विभिन्न रंगों की फल और सब्जियां खाएं जो आपको विभिन्न पोषक तत्व प्रदान करें।
अंडे: अंडे में पूर्ण पोषण होता है। इसलिए इन्हें नियमित रूप से शामिल करें।
दही: दही में प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स होते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
अखरोट और बीज: अखरोट और बीजों में विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
ताजगी से भरपूर पानी: नियमित रूप से पानी पीना, त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
ओमेगा-3 युक्त आहार: समुद्री फूड्स जैसे कि सलमन और तिल, त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
विटामिन C और ए: नारंगी, आम, गाजर, बैटा-कैरोटीन से भरपूर हैं जो त्वचा को निखार और जीवनुकाओं से भर देते हैं।
हरा चाय: अंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हरा चाय पीना, त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
उबली हुई सब्जियां: उबली हुई सब्जियां और दालें, पोषक तत्वों को सही से अवशोषित करने में मदद करती हैं।
शहद: शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
मुल्तानी मिट्टी और नींबू का रस: त्वचा को साफगी से भरपूर बनाए रखने के लिए इस्तेमाल करें।
अदरक और लहसुन: इनमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
पोषण से भरपूर दालें: मूंग, चना, तूर दाल आदि खाएं जो पोषण से भरपूर होती हैं।
रात का हल्का भोजन: रात को हल्का भोजन करना चाहिए ताकि त्वचा को रात में आराम मिल सके।
नियमित व्यायाम: सही पोषण के साथ नियमित व्यायाम भी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
(7.) अधिक देर तक स्क्रीन पर न देखें और न ज्यादा समय तक कंप्यूटर का इस्तेमाल करें।नियमित रूप से आंखों की व्यायाम करें: अपनी आंखों को 20-20-20 नियम के अनुसार हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए दूर की दिशा में देखें।पोस्चर का ध्यान रखें: सीधे बैठने की जगह ठीक से स्क्रीन के सामने बैठें ताकि आपकी पीठ और आँखें ठीक से बनी रहें। ब्लू लाइट ब्लॉकर का इस्तेमाल करें: स्क्रीन से आने वाली ब्लू लाइट को कम करने के लिए एक ब्लू लाइट ब्लॉकर का इस्तेमाल करें। समय सीमित करें: निर्धारित समय के बाद कंप्यूटर का इस्तेमाल करना बंद करें ताकि लंबे समय तक एक स्थिति में न बैठें। अधिक पानी पिएं: अच्छे हाइड्रेशन से आंखों की सुरक्षा में मदद होती है। बिना नजरों के स्क्रीन को छोड़े: आंखों की थकान को कम करने के लिए नियमित अवकाश लें और स्क्रीन से दूर रहें। आंख सुरक्षित करने के लिए आहार में योगदान करें: आंखों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन और आंतरराष्ट्रीय पोषण से भरपूर आहार लें। 
धूप में समय बिताएं: नियमित रूप से बाहर जाएं और धूप में समय बिताएं जिससे आपकी आंखों को फायदा हो। 
चश्मा पहनें: यदि आपकी दृष्टि में कमी है तो डॉक्टर की सलाह पर चश्मा पहनें। 
शीतल पानी के सिक्के का उपयोग करें: आंखों को शीतल पानी से सुखाने के लिए सिक्के का उपयोग करें। 
नियमित रूप से चेकअप कराएं: आंखों की सेहत के लिए नियमित रूप से आँखों का चेकअप कराएं। 
नींद पूरी करें: प्रतिदिन की नींद का पूरा समय लें ताकि आंखों को अच्छी चार्जिंग मिले। 
ऑफलाइन गतिविधियों में भाग लें: अधिक समय तक स्क्रीन के सामने न बैठें बल्कि ऑफलाइन गतिविधियों में भी शामिल हों। 
सही रोशनी: स्क्रीन की रोशनी को आपकी सुविधा के अनुसार सही करें ताकि आंखों को बुरा असर न हो। 
आंखों की आदतें बनाएं: समय के साथ आंखों की सही देखभाल और आदतें बनाएं ताकि आपकी दृष्टि स्वस्थ रहे। 
(8.) अधिक से अधिक हरियाली वाले फलों और सब्जियों का सेवन करें।
नियमित रूप से हरियाली वाले फलों और सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
विभिन्न रंगों की सब्जियों का सेवन करें जैसे कि हरी पत्तियों वाली सब्जियां, लाल गाजर, पीली फल आदि।
ताजगी से भरपूर सब्जियों का चयन करें जिनमें सुगंध और स्वाद हो।
सलाद में ताजगी और विभिन्न सब्जियों का मिश्रण बनाएं।
अनाज, दालें और फल भी अपने आहार में शामिल करें।
तलने या फ्राई करने की बजाय सब्जियों को उबालें, रोस्ट करें।
अधिकतम तेल और मिठाई से बचें और सुगंधित चीजों की बजाय स्वादिष्ट हरियाली वाले आदन-प्रदन का आनंद लें।
नियमित रूप से सैलरी, पालक और मेथी जैसी पत्तियों का सेवन करें क्योंकि इनमें विटामिन और मिनरल्स होते हैं।
फलों को फ्रेश और पूरी तरह से पके हुए ही खाएं।
ताजगी से भरपूर नारियल पानी का सेवन करें जो आपको शीतलता देगा और शरीर को स्वस्थ रखेगा।
तंदुरुस्त तेजी से खाएं और भोजन को धीरे-धीरे चबाकर निगलें।
सिगरेट और अधिक मात्रा में शराब से बचें क्योंकि ये सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
अन्य प्रोटीन स्रोतों के साथ हरियाली वाले फलों और सब्जियों को मिलाकर सेवन करें जैसे कि तोफू और धान्य से बनी चीजें।
शुगर और नमक की मात्रा को कम करें और हमेशा पैन में बना हुआ खाना पसंद करें।
अच्छी नींद, प्रतिदिन की नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
(9.) रोज़ाना काम से लौटते समय त्वचा को अच्छे से साफ करें।
गुनगुना पानी और एक अच्छे फेस वॉश से चेहरा धोएं।
सूखी त्वचा के लिए उपयुक्त मोइस्चराइज़र का उपयोग करें। नियमित अंतराल से सनस्क्रीन लगाएं। त्वचा को गेंहूं के आटे से बनी स्क्रब से साफ करें।
रात को त्वचा पर तेल और नियमित अंतराल से मास्क लगाएं। शाम को एलोवेरा जेल का उपयोग करें।
अच्छे आदतों के साथ नींद पूरी करें। अपने खानपान में ताजगी भरे फल और सब्जियां शामिल करें। तेज गरमी में धूप से बचने के लिए टैनिंग लोशन लगाएं।
नियमित रूप से अंडराइटेड से त्वचा को साफ करें। चेहरे को हल्के हाथों से मसाज करें इससे रक्त संचार बेहतर होता है।
अपनी दिनचर्या में पौष्टिक आहार शामिल करें।
खुद को योग और प्राणायाम से रेगुलरली एक्टिव रखें।
अधिक पानी पीने से त्वचा में नमी बनी रहेगी।
तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन और ध्यान का सामय निकालें।
(10.) नियमित रूप से बाल धोना और बालों की मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
हर हफ्ते बाल धोने के लिए समय निर्धारित करें।
उपयुक्त शैम्पू और कंडीशनर का चयन करें अपने बालों के प्रकृति के अनुसार।
बालों को हल्के हाथों से मसाज करने से उनमें रक्त संचार बढ़ता है।
गरम पानी का इस्तेमाल से बचाएं क्योंकि यह बालों को अधिक से अधिक क्षति पहुंचा सकता है।
बालों को धोने से पहले अच्छे से ब्रश करें ताकि बंदूकें खुल जाएं और बालों में चूँटियों से छुटकारा मिले।
बालों की लंबाई के अनुसार कंडीशनर लागू करें और उसे धोने से पहले अच्छे से निकालें।
ठंडे पानी से बालों को धोएं क्योंकि यह बालों के लिए फायदेमंद होता है।
बालों को सुखा करने के लिए ब्रश का उपयोग करें लेकिन बालों को रूई वाले तौल से बचाएं।
बालों को बुन कर सोने से पहले बालों को ब्रेड या पॉनीटेल में बाँधें.
हर महीने बालों को त्रिकोण शेप में कटवाएं ताकि वे स्वस्थ रहें।
बालों के लिए प्राकृतिक और घरेलू उपचारों का उपयोग करें जैसे ऑवला तेल और शिकाकाई।
बालों को धोने के बाद सुखे बालों को धूप में सुखाएं।
बालों को धोने के लिए हल्के शैम्पू का उपयोग करें, खासकर अगर आपके बाल रूखे हैं।
बालों की नेचुरल लसी से बनाएं जैसे कि दही और शहद का मास्क।
बालों को समय-समय पर तेल और अंडे के मास्क से मोइस्चर करें।
बालों को सीधे सूर्य की रोशनी से चमकारी बाल को दिनभर बचाएं।
सुपरफूड्स खाएं जो बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
बालों को रूके पानी ('रूके पानी' से मतलब है स्थिर या ठहरा हुआ पानी जो बहना या चलना बंद कर दिया होता है। इस अभिव्यक्ति का उपयोग विभिन्न संदर्भों में किया जा सकता है जैसे कि एक नदी का ठहरा हुआ पानी या बारिश के बाद ठहरा हुआ पानी) से धोने से बचें क्योंकि इससे बालों की टूट हो सकती है। अधिकतम हानिकारक तत्वों वाले उत्पादों से बचें जैसे कि सुल्फेट और पैराबेन्स।
सही तरीके से बालों की तारीक़ करने के लिए सोने से पहले सूजी टूथ कॉम्ब का इस्तेमाल करें।
(11.) ताजगी और ऊर्जा के लिए प्रतिदिन व्यायाम करें।
सुबह की धूप में चलना या फिर एक छोटे से पार्क में व्यायाम करना शुरू करें।
रोजाना 30 मिनट तक कम से कम तेजी से चलने का समय निकालें।
योगा और प्राणायाम का अभ्यास करें जो ताजगी और ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
स्विमिंग या साइक्लिंग जैसे आरंभिक शैलियों में शामिल हों।
उच्च इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग को अपनाएं जो जल्दी फायदे प्रदान करता है।
रोजाना कुछ मिनटों के लिए स्ट्रेचिंग करें जो स्ट्रेस को कम करता है।
एक्टिविटी मीटर का इस्तेमाल करके दिनभर की गतिविधियों का ट्रैकिंग करें।
रोजाना किसी न किसी खेल में शामिल होने का प्रयास करें।
एक सप्ताह में कम से कम तीन बार मांस, मछली या दाल खाएं।
सुबह उठते ही पानी पीने की आदत बनाएं।
उच्च प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार लें।
रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद प्राप्त करें।
स्मार्टफोन का उपयोग कम करें और स्क्रीन टाइम को कम करें।
तंबाकू और अधिक शराब से बचें क्योंकि ये ऊर्जा को कम कर सकते हैं।
प्राकृतिक तरीके से ताजगी की ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पेड़ों के नीचे बैठें।
सुबह का नाश्ता न छोड़ें जो दिनभर की ऊर्जा को बनाए रखता है।
हर घंटे में ठंडे पानी की एक गिलास पीना सुनिश्चित करें।
रोजाना कुछ मिनट तक सूर्य दर्शन करना भी ताजगी और ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
अपनी मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए मेडिटेशन करें।
समय-समय पर आयुर्वेदिक चर्बी घटाने के लिए हर्बल टी पीना शुरू करें।
(12.) मस्तिष्क की शांति के लिए ध्यान और मेडिटेशन को शामिल करना चाहिए।
प्रातः के समय उठकर ध्यान करना शुरू करें। ध्यान के लिए एक नियमित समय निर्धारित करें। शांति भरी जगह पर बैठकर ध्यान करें।
सुकून भरी स्थिति में बैठें और आँखें बंद करें। अपनी सांसों का ध्यान रखें। मन को शांत करने के लिए मंत्र जपें। अपने शरीर की जानकारी लें और उसपर ध्यान केंद्रित करें। ध्यान करते समय सुनिश्चित रूप से खुद को बाहरी विचारों से दूर रखें समय-समय पर आते विचारों को नजरअंदाज करें और फिर शांति में वापस लौटें। ध्यान के दौरान शांति और प्रेम की भावना को महसूस करें। गहरी सांस लेकर उसे ध्यानित करें। अपने तनाव को शांत करने के लिए अनुभूति करें स्वाभाविक रूप से हो रहे विचारों को स्वीकार करें और उन्हें छोड़ दें। आसान योगासनों को शामिल करें जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारें। सुन्दर और शांतिप्रद ध्यान संगीत को सुनें।प्रकृति में समय बिताएं और उसकी सुंदरता का आनंद लें। ध्यान करने से पहले शारीरिक व्यायाम करें। समय-समय पर ध्यान को बदलें और नए तकनीकों को आजमाएं। दिनभर की भागदौड़ में थोड़ी देर के लिए भी ध्यान करें। ध्यान का अभ्यास नियमित रूप से करें ताकि यह आपके जीवन में स्थायी बने।
(13.) बुरी आदतों से बचें जैसे कि सिगरेट पीना और अधिक शराब का सेवन करना।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं जिसमें नियमित व्यायाम शामिल हो। आप खाने की सही मात्रा और पूर्ण आहार का ध्यान रखें। सिगरेट और तंबाकू का सेवन बंद करें। यह सेहत के लिए हानिकारक है।
अधिक शराब का सेवन कम करें या बिल्कुल बंद करें। समय प्रबंधन का ध्यान रखें ताकि तनाव कम हो सके। नियमित नींद पूरी करें। कम सोने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। सही तरीके से बैठकर काम करें। ठीक से बैठना शरीर के लिए फायदेमंद है। मस्तिष्क को सकारात्मक रखने के लिए ध्यान या योग अभ्यास करें। खुद को हंसते रहें, मनोबल बनाए रखने के लिए। ताजगी से भरा पानी पीएं, रोजाना की आवश्यकता है। स्वच्छता का ख्याल रखें, यह बीमारियों से बचाव में मदद करता है। आत्म-मानव संबंध बनाए रखें, समर्थन मिलने पर आत्मविश्वास मजबूत होता है। धूम्रपान और शराब का सुनिश्चित रूप से बचाव करें। नई कौशल सीखने और रुचियों को पुनर्जीवित करने के लिए समय निकालें। समय-समय पर स्वास्थ्य जाँच और टेस्ट कराएं। नकारात्मक सोचों को दूर करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सुबह की धूप में ठंडक से भरा खड़ा होने का आदान-प्रदान करें। सही तरीके से विश्राम करें और योगासन का अभ्यास करें। सोशल मीडिया और इंटरनेट का सही तरीके से उपयोग करें। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, दोस्ती मजबूत करने में मदद करता है।
(14.) अधिक से अधिक पानी पीएं ताकि शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल सकें।
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का प्रयास करें। खाने से 30 मिनट पहले और खाने के 2 घंटे बाद पानी पीने का आदत डालें। गरम पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीने से शरीर का विषैला पदार्थ बाहर निकलता है। हर दिन सुबह उठते ही एक गिलास गरम पानी पीने से अच्छा है। नारियल पानी पीने से ताजगी बनी रहती है और विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। पुनरावृत्ति के लिए ताजगी बनाए रखने के लिए हर दिन शीतल पानी पीने का प्रयास करें। हरे और स्वच्छ ताजगी वाले फलों और सब्जियों को अधिकतम खाएं। अनार का रस पीना शरीर की सफाई में मदद करता है।‌ तुलसी की पत्तियों का रस मिलाकर पीना भी अच्छा है। दालचीनी और अदरक के रस को पानी में मिलाकर पीना फायदेमंद है। शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करने के लिए अजवाइन का पानी पीना उपयुक्त है। ताजगी बनाए रखने के लिए पुदीना पत्तियों का रस पीना फायदेमंद है। गौमूत्र पीना भी शरीर को साफ रखने में मदद कर सकता है। खुबानी का प्रयोग विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में करें। ताजगी बनाए रखने के लिए केला खाएं और केले का रस पीना। लौकी का रस भी शरीर को साफ रखने में मदद कर सकता है। मेथी के बीजों को भिगोकर पीने से फायदा हो सकता है। अंजीर का सेवन भी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है हरिताकी पाउडर को गरम पानी के साथ पीना भी शरीर की सफाई के लिए लाभकारी है। रोजाना अदरक और नींबू का रस मिलाकर पीना शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
(15.) चेहरे को ताजगी देने के लिए हर सप्ताह फेस मास्क का इस्तेमाल करें।
नियमित रूप से फेस मास्क का उपयोग करें। हर सप्ताह कम से कम एक बार,
मुद्रिका छोड़कर प्राकृतिक और अमिनो एसिड (अमिनो एसिड जिसे आमतौर पर सिर्फ "अमिनो" कहा जाता है। ये जीवाणु, पौधों और जानवरों में पाए जाने वाले अधिकांश जलीय या आर्गेनिक यौगिक होते हैं। इनमें अमीनो ग्रुप (-NH2) और कार्बॉक्सिलिक ग्रुप (-COOH) मौजूद होते हैं और ये जीवन के विभिन्न प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे कि प्रोटीन निर्माण में) से भरपूर मास्क का चयन करें। अपने त्वचा के प्रकार के अनुसार मास्क को चयन करें - तैलीय या सुखी त्वचा के लिए।
मास्क को सही तरीके से लगाएं। इससे सही प्रभाव मिलेगा। अच्छे और प्राकृतिक उत्पादों से बने मास्क का चयन करें मास्क लगाने से पहले चेहरे को धोकर साफ करें। मास्क का अच्छे से साफ होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे त्वचा को अधिक पर्याप्त हवा मिलेगी। धूप से बचाव के लिए ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का उपयोग करें। त्वचा की मॉइस्चराइजिंग की जरूरत है। इसलिए मास्क पहनने से पहले और बाद में मॉइस्चराइजिंग लोशन का उपयोग करें। अपने चेहरे को नियमित रूप से धोकर स्क्रब करें ताकि मरम्मत हो सके। मास्क पहनते समय आंखों को सुरक्षित रखने के लिए ध्यानपूर्वक नाक पिघला कर मास्क को सही से लगाएं।
एक वर्कआउट के बाद त्वचा को साफ करना महत्वपूर्ण है ताकि विषाद और चिकनाहट बनी रहे। रात में सोने से पहले त्वचा को अच्छे से साफ करें और रात्रि मॉइस्चराइजिंग क्रीम लगाएं। विभिन्न प्रकार के फेस पैक का उपयोग करें जैसे कि मुल्तानी मिट्टी, नीम और शहद। सुबह के समय त्वचा को ताजगी से भरने के लिए रोजाना ताजगीभरा फेस वॉश का इस्तेमाल करें।
आपकी डाइट में अधिकतम पोषक तत्वों को शामिल करें ताकि चेहरा चमकता रहे।
रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद प्राप्त करें क्योंकि यह चेहरे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अपने आहार में खूबसूरती बढ़ाने के लिए फल और सब्जियां शामिल करें। हर दिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पीएं ताकि त्वचा में नमी बनी रहे।
धूप से बचने के लिए ब्रिमहेट का उपयोग करें जिससे त्वचा को नुकसान न हो विशेष रूप से चेहरे की त्वचा की ओर से देखभाल करें ताकि आपकी त्वचा हमेशा निखरी रहे। चेहरे की मसाज करने से रुखी त्वचा में बेहतरी हो सकती है। त्वचा को ताजगी से भरने के लिए विभिन्न तेलों का इस्तेमाल करें जैसे कि आर्गन और कोकोनट तेल। त्वचा को ठंडे पानी से धोने के बाद हल्की मॉइस्चराइजिंग लोशन लगाएं। अपनी जीवनशैली में स्वस्थ रहें। इससे चेहरा स्वस्थ और ताजगी से भरा रहेगा।
(16.) नट्स, सीड्स और ड्राई फ्रूट्स जैसे स्वास्थ्यकर भोजन को अपनाएं।
नट्स को भिगोकर खाना आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। सेसेमी सीड्स में मौजूद कैल्शियम दाँतों और हड्डियों के लिए फायदेमंद है। अखरोट में विटामिन ई और ऑमेगा-3 फैटी एसिड्स हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। ब्लूबेरीज एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं जो आपकी त्वचा को स्वस्थ रखते हैं।
पिस्ता अच्छे फैट्स, प्रोटीन और आयरन का स्रोत है। ड्राई फिग्स में फाइबर से भरपूर होते हैं जो पाचन को सुधारता है।
गोजी बेरीज आंतरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करती हैं। अलमंड्स में विटामिन ई और मैग्नीशियम होता है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
सुनफ्लावर सीड्स में सेलेनियम होता है जो शरीर को मुक्त कर रहा है। चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैट्स और फाइबर होते हैं जो वजन नियंत्रण में मदद करते हैं। कश्यूनट्स में जिंक होता है जो इम्यून सिस्टम को सुधारता है। अवोकाडो में हार्ट-हेल्दी मोनोसैचुरेटेड फैट्स होते हैं।
रेसिन्स में आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम मौजूद हैं। ब्राजील नट्स में सेलेनियम और विटामिन ई होता है जो एंटी-एजिंग फायदेमंद हैं। अच्छे फैट्स वाले मैकाडेमिया नट्स से चर्बी की अधिकता को कम किया जा सकता है।
ड्राई क्रैनबेरीज विटामिन सी का अच्छा स्रोत होती हैं। ओलिव ऑयल से बने ड्राइड टोमैटोज़ लालन को बढ़ा सकते हैं।
कुरकुमा विभिन्न आंतरिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। काजू खाने से आंत्र में स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद हो सकती है। ग्रीन टी से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स आपके स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।
(17.) अच्छी शिक्षा के साथ सही स्किनकेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
दिन में कम से कम 8 घंटे की नींद लें। यह त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
रोजाना सुबह और शाम को अच्छे तेल फ्री फेस वॉश से अपना चेहरा धोएं।  हमेशा सूर्य संरक्षण वाला मौसमी तेल लगाएं, खासकर चेहरे, गर्दन और हाथों पर। शुगर और प्रोसेस्ड फूड्स से बचें क्योंकि ये त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। अपनी डाइट में पौष्टिक आहार जोड़ें, जैसे कि फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार। प्रतिदिन कम से कम 2-3 लीटर पानी पिएं ताकि आपकी त्वचा हमेशा हाइड्रेटेड रहे। रोजाना कम से कम 30 मिनट की व्यायाम करें जो त्वचा की खूबसूरती में मदद कर सकता है। तेज़ गति से सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए मुद्रा के साथ साबुन से मालिश करें। अपनी त्वचा को हर 2-3 दिन में एक बार एक्सफोलिएट करें ताकि यह नए रूप में नए तंतुओं के लिए जगह बना सके। अपने त्वचा का ध्यान रखने के लिए ताजगी देने वाले टोनर का इस्तेमाल करें। त्वचा को बचाए रखने के लिए उचित व्यक्तिगत मॉइस्चराइज़र का चयन करें। धूप से बचने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली सनस्क्रीन का प्रयोग करें। प्रतिदिन के लिए मुद्रा और ध्यान योगा का अभ्यास करें जो त्वचा को चमकदार बना सकता है। सुरक्षित त्वचा साफ़ करने के लिए नींबू और गुलाब जल का उपयोग करें। अपने बालों को सुरक्षित रखने के लिए नैचुरल शैम्पू और कंडीशनर का चयन करें। प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट के लिए अलगमेलग स्किनकेयर रूटीन का समय निकालें। रोजाना कोई भी मेकअप को सोने से पहले पूरी तरह से साफ करें। उचित पोस्ट्यूर बनाए रखने के लिए ध्यान दें, क्योंकि यह त्वचा को सही तरीके से रख सकता है। रोजाना ताजगी और सुखद विचारों को अपने मन में बनाए रखने के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करें। सभी समय रोजाना स्वच्छ रहें और हंसते रहें क्योंकि यह भी त्वचा को स्वस्थ रखने का एक अच्छा तरीका है।
(18.) तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
प्रतिदिन कुछ मिनट श्वासायाम योग अभ्यास करें। सुबह उठते ही ध्यान और प्राणायाम का समय निकालें। योगासनों में से सर्वांगासन और शवासन विशेषकर मन को शांति प्रदान करते हैं। नियमित रूप से आत्म-समीक्षा करें और चिंता को दूर करें। प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें, उबलते पानी की तरह हर क्षण को अनुभव करें। ध्यान में गहराई तक जाएं और अपने आत्मा के साथ जुड़ें। ध्यान के दौरान स्वस्थ और सकारात्मक विचार को प्रोत्साहित करें। प्रतिदिन कुछ समय के लिए चुपचाप बैठकर शांति से बिताएं। आलस्य को दूर करने के लिए योगासनों का पालन करें। सुन्दर संगीत सुनने से भी मानसिक तनाव कम हो सकता है। साथी के साथ समय बिताने परिवार और दोस्तों के साथ आनंदित महसूस करें। योग निद्रा का अभ्यास करके नींद की गुणवत्ता में सुधार करें। साँस लेने और छोड़ने को ध्यान से करें। इससे मानसिक शांति मिल सकती है। आहार में सत्त्विक भोजन को शामिल करें जैसे कि फल, सब्जियां और दालें। योग के माध्यम से शारीरिक और मानसिक लचीलापन बनाए रखने का प्रयास करें। सकारात्मक मंत्र जप करने से मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है। अपने दिन को धन्यवाद और कृतज्ञता के साथ शुरू करें। बाहरी साधना को छोड़कर अंतर्मुखी ध्यान का अभ्यास करें। समस्याओं को स्वीकार करें और स्थिति का सामना करने की क्षमता बढ़ाएं। आत्म-नियंत्रण के साथ, नम्रता और धैर्य के साथ योग का नियमित रूप से अभ्यास करें।
(19.) सुबह और शाम कोई बेसिक स्किनकेयर रुटीन अपनाकर फेस वॉश और मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें।
सुबह और शाम को अच्छे से ब्रिस्टल्स के साथ माइल्ड फेस वॉश से चेहरा धोएं।
उबाले पानी का उपयोग करें, ठंडे पानी से नहीं। अपने त्वचा के टाइप के अनुसार उपयुक्त फेस वॉश का चयन करें। धूप से बचने के लिए सुनस्क्रीन लगाएं जिसमें कम से कम SPF 30 हो। नींबू और शहद का मिश्रण बनाकर त्वचा पर लगाएं। यह त्वचा को निखार देगा। चेहरे को फॉलोइंग टोनर से साफ करें जिसमें सेल्यूलर जलन हो। एलोवेरा जेल को आपके मॉइस्चराइज़र के साथ मिलाकर लगाएं। रात्रि में त्वचा की गहरी मोइस्चराइज़िंग के लिए हाइड्रेटिंग नाइट क्रीम इस्तेमाल करें। कभी भी बिना सर्जिकल ग्लोव्स के चेहरे को न छूएं। खुद को अच्छी तरह से सोने से पहले मेकअप साफ़ करें। नींबू के रस को पानी में मिलाकर चेहरे को अच्छे से धोएं अच्छी तरह से बर्तन करने के लिए उचित मॉइस्चराइज़र का चयन करें। चेहरे को धोने के बाद तेजी से आधिकांश पानी सुखाएं। टॉनर में फेस लेश का उपयोग करें। यह त्वचा को ताजगी प्रदान करता है। उचित पोस्ट-शेविंग लोशन का चयन करें ताकि त्वचा सूखे न जाए। हर 15 दिन में एक बार एक्सफोलिएट करें जिससे मृत कोशिकाएं निकल जाएं।
रोजाना कुछ मिनटों के लिए फेस मास्क लगाएं। अच्छे सोने के आदतें बनाए रखें क्योंकि इससे त्वचा को आराम मिलता है। स्वस्थ आहार लें और पर्याप्त पानी पिएं। यह त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। टॉनर और मॉइस्चराइज़र को आदतन लालटेन और गर्मी में भी लगाएं ताकि त्वचा हमेशा स्वस्थ्य रहे।

शनिवार, 16 दिसंबर 2023

एंडर्मोलोजी के मुख्य लाभ

सेल्युलाईट त्वचा की सतह के पास वसा के वे फंसे हुए पॉकेट जो आपकी त्वचा को रूखे और चकत्तेदार बनाते हैं।  अधिकांश के लिए अनुपयुक्त यह ऊपरी जांघों, नितंबों और पेट जैसे समस्याग्रस्त क्षेत्रों में दिखाई देता है जहां वसा को फंसाने के लिए कई रेशेदार बैंड मौजूद होते हैं।  चूंकि ये क्षेत्र व्यायाम के लाभों पर प्रतिक्रिया करने के लिए धीमा हैं। एक बार सेल्युलाईट दिखाई देने के बाद इसे खत्म करने के लिए प्रभावित लोगों के लिए यह अक्सर मुश्किल और असंभव होता है।  दुर्भाग्य से, यह महिलाओं में एक सामान्य घटना है भले ही वे नियमित रूप से व्यायाम करें।  कई क्रीम और गोलियां बाजार में भरे पड़े  हैं जो सेल्युलाईट से लड़ने वाले उनके उपचारात्मक गुणों को नष्ट कर देती हैं  लेकिन अधिकांश केवल एक स्थायी समस्या का बहुत ही अस्थायी समाधान होते हैं।  लंबे समय तक चलने वाले परिणाम के साथ अन्य उपचार विधियों को इनवेसिव सर्जरी से जुड़ी कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं से प्राप्त किया जा सकता है। जैसे कि लिपोसक्शन।  हालांकि ये उन घमंड के लिए व्यवहार्य विकल्प नहीं हैं जो अपने घमंड के लिए चाकू के नीचे जाते हैं।  क्या "ऑरेंज पील" या "कॉटेज पनीर" त्वचा के लिए कोई उपाय नहीं है, फिर?  बिल्कुल नहीं!  लगभग 40 मिनट की लंबाई वाले उपचारों में, Endermologie® एक गैर-इनवेसिव कॉस्मेटिक प्रक्रिया में लंबे समय तक चलने वाले परिणामों के साथ सेल्युलाईट को कम या समाप्त कर देता है जो कि सर्जिकल नहीं है।  यह लिपोसक्शन से कम खर्चीला भी है।  मोटराइज्ड रोलर्स और नियंत्रित सक्शन के साथ एक हाथ से आयोजित डिवाइस का उपयोग करके, लक्षित क्षेत्रों को खिंचाव वाले तंतुओं से गहराई से मालिश किया जाता है जो रक्त परिसंचरण और लसीका जल निकासी को उत्तेजित करते हैं जबकि रोगी शरीर को स्टॉक करता है।  विषाक्त पदार्थों को जारी किया जाता है। एक दर्द रहित प्रक्रिया में सेल्युलाईट की कमी के लिए अनुमति देता है।  इस अनूठे उपकरण को अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा अनुमोदित किया गया है और पूरे वर्षों में शोध और परीक्षण किया गया है। 


Endermologie® केवल सेल्युलाईट के लिए ही नहीं है बल्कि इसका उपयोग खराब रक्त परिसंचरण, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा को चिकना करने के लिए तथा त्वचा को बाहर निकालने के लिए किया जा सकता है।  वास्तव में, प्रक्रिया का मूल रूप से फ्रांस में तीन दशक पहले क्षतिग्रस्त मांसपेशियों के ऊतकों, जलने और निशान के पुनर्वास उपचार के रूप में कार्य करने के लिए आविष्कार किया गया था।  सेल्युलाईट की कमी प्रक्रिया का एक साइड इफेक्ट था। इस उद्देश्य के लिए पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में इसका इस्तेमाल किया गया था।  आमतौर पर, सेल्युलाईट की उपस्थिति कम या समाप्त होने से पहले कुछ उपचार की आवश्यकता होती है।  यह प्रति सप्ताह दो प्रक्रियाओं के साथ शुरू हो सकता है फिर धीरे-धीरे, जैसा कि परिणाम स्पष्ट हो जाते हैं, अनुवर्ती उपचार प्रति माह एक बार निर्धारित किए जाते हैं। जिन्हें एंडर्मोलोगी® के साथ इलाज किया गया है, उन्हें इसके प्रभाव को बनाए रखने के लिए व्यायाम और आहार जारी रखना चाहिए।  
1. चेहरे की सफाई: सही एंडर्मोलोजी रुटीन चेहरे की सफाई को महत्त्व देती है। यहाँ प्रतिदिन की चेहरे की सफाई के तरीकों में शामिल हो सकते हैं फेस वॉश, मॉइस्चराइजर और सनस्क्रीन आदि।
2. सही आहार: स्वस्थ आहार खाना भी एंडर्मोलोजी के लिए महत्त्वपूर्ण है। यह उपाय त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और पिंपल्स और त्वचा संबंधित समस्याओं को कम करता है।
3. नींद का पूरा लेना: अच्छी नींद लेना त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। यह त्वचा को रिफ्रेश करता है और त्वचा की सेल्स रिपेयरिंग को बढ़ावा देता है।
4. अच्छी हाइजीन: एंडर्मोलोजी में अच्छी हाइजीन बहुत महत्त्वपूर्ण है। सही तरीके से हाथों को धोना, साफ कपड़ों का इस्तेमाल करना और साफ रहना त्वचा को स्वस्थ रखता है।
5. प्राकृतिक उपचारों का इस्तेमाल: एंडर्मोलोजी में प्राकृतिक उपचारों का इस्तेमाल भी उपयोगी होता है। इसमें नींबू, नीम, एलोवेरा जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हो सकते हैं जो त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
6. धूप से संरक्षण: धूप से बचाव एंडर्मोलोजी में बहुत महत्त्वपूर्ण है। समय-समय पर सनस्क्रीन लगाना और छतरी या कपड़ों से त्वचा को बचाना जरूरी है।
7. रेगुलर एक्सर्साइज: नियमित व्यायाम त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। यह त्वचा की रक्षा करता है और उसे स्वस्थ रखने में मदद करता है।
8. धूम्रपान छोड़ें: सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसलिए इन्हें छोड़ना चाहिए।
9. स्ट्रेस मैनेजमेंट: स्ट्रेस को कंट्रोल करना भी त्वचा के लिए आवश्यक है। योग और ध्यान जैसी तकनीकें स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकती हैं।
10. हाइड्रेशन: पानी पीना त्वचा के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। सही मात्रा में पानी पीना त्वचा को हाइड्रेटेड रखता है और त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
11. नियमित त्वचा सफाई: दिन में दो बार त्वचा की सफाई करें, सही फेस वॉश और फेस पैक का इस्तेमाल करें।
12. हर दिन सूर्य संरक्षण: बाहर जाते समय सनस्क्रीन का उपयोग करें, धूप में भी छतरी या कपड़े पहनें।
13. पर्याप्त नींद: 7-8 घंटे की नींद जरूरी है ताकि त्वचा को आराम मिल सके।
14. पौष्टिक आहार: त्वचा के लिए विटामिन से भरपूर आहार लें। जैसे कि फल, सब्जियां और प्रोटीन।
15. प्राकृतिक तत्वों का उपयोग: नीम, एलोवेरा और हल्दी जैसे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करें।
16. अदरक और नींबू का पानी: गुनगुना पानी में अदरक और नींबू का रस मिलाकर पीने से त्वचा स्वस्थ रहती है।
17. व्यायाम: योग या व्यायाम से रोजाना शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा दें।
18. स्ट्रेस मैनेजमेंट: स्ट्रेस को कंट्रोल करने के लिए मेडिटेशन या अन्य तकनीकों का इस्तेमाल करें।
19. जल पीने की अच्छी आदतें: रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना त्वचा के लिए फायदेमंद है।
20. नुकसानदायक अदातों से बचें: सिगरेट और अल्कोहल का सेवन कम करें क्योंकि ये त्वचा को हानि पहुंचाते हैं।
Endermologie के बारे में अधिक जानने के लिए और यह देखने के लिए कि क्या यह आपके लिए सही उपचार है, कृपया अपने चिकित्सक और कॉस्मेटिक सर्जन से जरूर मिलें।

बालों की रूसी से निपटना

हालांकि रूसी का कारण पूरी तरह से समझा नहीं गया है, वर्तमान में यह सिद्धांत दिया गया है कि मुख्य कारणों में से एक खोपड़ी प्राकृतिक लिपिड अवरोध का टूटना है, यह सूक्ष्म खमीर संक्रमण कर देता है जो आमतौर पर खोपड़ी में पाया जाता है।  जब खमीर उगता है, तो यह एक भड़काऊ प्रतिक्रिया की ओर जाता है जो खोपड़ी की कोशिकाओं को उच्च दर से मारता है, जो बदले में चिपचिपा पैक और गुच्छे में बंद हो जाता है।

इस शर्त की पहचान की जाती है:

सफेद या स्पष्ट गुच्छे खोपड़ी पर, बालों के माध्यम से, और कपड़ों पर।

खुजली वाली खोपड़ी जो लाल और सूजन हो सकती है।

कुछ युवा  किशोरावस्था या युवावस्था में आने पर वे रूसी का विकास करते हैं क्योंकि उनकी स्वच्छता की आदतें नए तेजी से सीबम उत्पादन की चुनौतियों को पूरा करने के लिए नहीं बदलती हैं।

तनाव, स्वच्छता की कमी और खराब आहार, खोपड़ी को रूसी के लिए अतिसंवेदनशील बना सकते हैं।  विशेष रूप से ज्यादा चीनी खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल करना खमीरा संक्रमण को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।

बालों को नियमित रूप से गुच्छे को ढीला करना चाहिए और खोपड़ी को रक्त की आपूर्ति को प्रोत्साहित करना चाहिए जिससे संक्रमण के लिए प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में तेजी आएगी।

TREATING DANDRUFF:

कुछ आदतें हैं जिन्हें आप विकसित कर सकते हैं और प्राकृतिक उपचार का उपयोग आप रूसी के इलाज के लिए  कर सकते हैं।

पोषण: आहार में चीनी की अधिकता किसी भी खमीर संक्रमण को बढ़ा सकती है। 

Nutrition

रूसी के इलाज के दौरान सभी शर्करा और परिष्कृत स्टार्च के अपने सेवन को कम करने की कोशिश करें।

क्लींजिंग: शैम्पू करते समय अपनी स्कैल्प की अपनी उंगलियों से अच्छी तरह मालिश करें।  यह ढीला और किसी भी मृत त्वचा के गुच्छे को हटाने में मदद करेगा और संक्रमण को जारी रखने से रोकने में मदद करेगा।  संक्रमण के खत्म होने तक अपने बालों को रोज़ धोएं।


कंडीशनिंग: केवल बालों के सिरों पर एक सुरक्षात्मक उपाय का उपयोग करें।  अपने स्कैल्प पर कंडीशनर लगाने से बचें जो यह छिद्रों को रोक सकता है और त्वचा की हीलिंग में हस्तक्षेप कर सकता है।


अन्य उपचार:

मालिश: अपनी खोपड़ी पर दिन में कई बार उंगलियों के पैड से मालिश करने से केवल बालों के रोम तक रक्त की आपूर्ति को बढ़ावा मिलेगा और मृत त्वचा के गुच्छे को ढीला करने में मदद मिलेगी।

ब्रश करना: दैनिक आधार पर अपने बालों को अच्छी तरह से ब्रश करने से मृत त्वचा के रोमछिद्रों को ढीला करने और हटाने में मदद मिलेगी, बालों की शाफ्ट के साथ सीबम के सुचारू प्रवाह में वृद्धि होगी और बालों के रोम को रक्त की आपूर्ति में वृद्धि होगी।


ब्रश करने और बालों को संवारने के बाद हाथ धोएं: त्वचा के फंगल संक्रमण अत्यधिक संक्रामक होते हैं, और शरीर के अन्य क्षेत्रों में इसे तेज़ी से  फैलाना आसान होता है।  यही कारण है कि अपने बालों को दैनिक रूप से धोना और किसी भी ढीले डैंड्रफ गुच्छे को ब्रश करना महत्वपूर्ण है  ताकि खोपड़ी के स्वस्थ क्षेत्र संक्रमित न हों।  ब्रश करने, मालिश करने और अपने बालों को संवारने के बाद अपने हाथ धोने से भी पुन: संक्रमण या संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी।

निम्नलिखित जड़ी बूटियों और पोषक तत्वों को रूसी संक्रमण को कम करने के लिए दिखाया गया है:

रूसी के लिए प्राकृतिक आंतरिक उपचार

अल्फा-लिपोइक एसिड, वनाडिल सल्फेट, गाइनेमा सिल्वेस्ट्रे और क्रोमियम रक्त शर्करा के स्तर के सभी प्राकृतिक नियामक हैं।  रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य रखकर संक्रमण को खाने से रोकने में मदद कर सकता है।

जैतून का पत्ता और अजवायन की पत्ती दोनों प्राकृतिक प्रणालीगत एंटिफंगल एजेंट हैं।

रूसी के लिए प्राकृतिक बाहरी उपचार

सामयिक आधार पर फंगल संक्रमण को कम करने के लिए निम्नलिखित जड़ी बूटियों को टॉनिक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।  इन जड़ी बूटियों के अर्क या एलोवेरा जेल या विच हेज़ल में भंग उनके आवश्यक तेलों की कई बूंदें रूसी में खुजली और flaking के लक्षणों से छुटकारा दिला सकती हैं।  चाय के पेड़ का तेल कवक और बैक्टीरिया के


संक्रमण के खिलाफ विशेष रूप से प्रभावी है।
क्लेरी का जानकार 
मरुभूमि ऋषि
युकलिप्टुस
पित्तपापड़ा 
जिन्कगो बिलोबा
Ginseng

जिन्सन

अंगूर बीज निकालने

चकोतरा आवश्यक तेल

अंगूर के दाना का रस

जुनिपर बेरी आवश्यक तेल

लैवेंडर आवश्यक तेल

एक प्रकार का पौधा

हिना

ओरिगैनो

पोइक जड़

बच्चों में बेहरापन का इलाज

माता-पिता के लिए एक अच्छी खबर है, जिनके पास महत्वपूर्ण बेहरापन(Hearing loss) के साथ एक बच्चा पैदा हुआ है।  प्रौद्योगिकी में प्रगति 12 महीने की उम्र के बच्चों में गंभीर बेहरापन (Hearing loss) को ठीक करना संभव बना रही है।


संयुक्त राज्य अमेरिका में हर 1,000 नवजात शिशुओं में से लगभग 33 बच्चे प्रति दिन बहरे पैदा होते हैं।

सौभाग्य से, उपचार के विकल्प हैं।  उदाहरण के लिए, कर्णावत प्रत्यारोपण छोटे, जटिल, प्रत्यारोपण योग्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो श्रवण तंत्रिका को सीधे उत्तेजित करने के लिए कान


के क्षतिग्रस्त हिस्सों को दरकिनार करके बेहरे को सुनने योग्य बना देते हैं और उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं जो श्रवण सहायता के साथ भाषण को अच्छी तरह से सुन या समझ नहीं सकते हैं।

Cochlear प्रत्यारोपण तकनीक के नवीनतम विकासों में से एक HiResolution है।

कॉस्मेटिक सर्जरी

कॉस्मेटिक सर्जरी, वैकल्पिक सर्जरी के अन्य रूपों की तरह, इसमें किसी एक की उपस्थिति में शारीरिक परिवर्तन शामिल है।  प्लास्टिक सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, दो प्रकार हैं: कॉस्मेटिक और पुनर्निर्माण।  उत्तरार्द्ध में किसी प्रकार की चोट या बीमारी के बाद किसी व्यक्ति की स्वयं की भावना को वापस करना शामिल है। 


पूर्व की उन भौतिक विशेषताओं को दूर करने की क्षमता देता है जिनके साथ जन्म हुआ था।  एक तरह से, पूर्व सबसे आगे का प्रतिनिधित्व करता है कि कैसे प्रौद्योगिकी में परिवर्तन मानव शरीर में परिवर्तन की अनुमति दे सकता है।

यह सर्जरी सभी प्रकार में आती है, जैसे कि प्रोस्थेटिक्स के उपयोग से लेकर स्तन वृद्धि तक लिपोसक्शन से लेकर सर्जरी के गैर-इनवेसिव रूप तक जैसे लेजर हेयर रिमूवल या आंखों के लेजर सुधार से भी आंखों के चश्मे की जरूरत को खत्म किया जा सकता है।


वित्तीय  चिंताओं के अलावा, यह उस व्यक्ति की जिम्मेदारी है जो इस तरह की सर्जरी से गुजरता है।  इस कारण से, उन्हें अपने आसपास के लोगों के समर्थन की आवश्यकता होती है।  यह इस तरह का समर्थन है जो न केवल उनके निर्णय को प्रभावित करता है, बल्कि शरीर में होने वाले सर्जिकल परिवर्तनों को ग्रहण करने की उनकी क्षमता को प्रभावित करता है।

कॉस्मेटिक के लिए सर्जरी के मामले में - पुनर्निर्माण के लिए oppposed के रूप में - प्रयोजनों सौंदर्यशास्त्र का मुद्दा है।  उनके आसपास के लोगों की उपस्थिति पर महत्व समाजों को समझने की जरूरत है।  किसी की उपस्थिति कैसे बदल सकती है कि उन्हें न केवल एक व्यक्ति के रूप में, बल्कि एक इंसान के रूप में माना जाता है। 

सौंदर्यकरण

सौंदर्य कारणों के लिए सर्जरी, लोगों को उनकी उपस्थिति से जुड़े कलंक को दूर करने का अवसर प्रदान करती है।  हालाँकि, जो सबसे महत्वपूर्ण है वह यह है कि यह एक विकल्प है।

कई पूरी तरह से मान्य कॉस्मेटिक प्रयोजनों के लिए सर्जरी के विपरीत तर्क प्रस्तुत किए जाते हैं।  हालांकि, यह तथ्य  है कि मानव पिछले कुछ समय से अपने जीने की तरीका बदल रहे है।

कॉस्मेटिक सर्जरी महत्वपूर्ण है, न केवल इसके लिए जो इसे प्राप्त कर सकती है, बल्कि इसलिए भी  कि यह व्यक्ति के लिए एक विकल्प है जो इसे कर रहा है।  यह किसी के अपने शरीर के बारे में एक व्यक्तिगत निर्णय है।

व्यक्ति के लिए एक और विचार, उनकी सहायता प्रणाली के बाहर, यह है कि वे प्रत्येक प्रक्रिया के लिए उपलब्ध विभिन्न प्रकार की सर्जरी में यथासंभव अपने स्वयं के व्यक्तिगत अनुसंधान करें।  उदाहरण के लिए, मौजूदा सर्जिकल तकनीक कार्यरत और संभावित कानूनी प्रतिबंध, जैसा कि अक्सर सिलिकॉन प्रोस्थेटिक्स के साथ होता है।  इसके अलावा, प्रत्येक तकनीक के पेशेवरों और विपक्षों का वजन। 

सलाह देते एक चिकित्सक

अंत में, सर्जन के द्वारा एक प्रारंभिक परामर्श हमेशा सिफारिश की जाती है, जैसा कि वैकल्पिक सर्जरी के किसी भी रूप में होता है।

जीवन भर के लिए दांत स्वस्थ रखने के लिए सात कदम

एक मुस्कान जीवन भर रह सकती है।अगर आप उसका ख्याल रखते हैं।  इस कारण से, माता-पिता के लिए यह आवश्यक है कि वे बच्चों में जल्द से जल्द मौखिक स्वास्थ्य की अच्छी आदतें डालें।


अमेरिकी सर्जन जनरल रिचर्ड एच कार्मोना की "नेशनल कॉल टू एक्शन टू प्रोमोट ओरल हेल्थ" रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों को 51 मिलियन से अधिक स्कूल घंटे और वयस्कों को दंत रोग या दंत संबंधी दौरे के कारण हर साल 164 मिलियन से अधिक काम के घंटे गंवाने पड़ते हैं।  2002 में दंत चिकित्सा सेवाओं के लिए कुल बिल $ 70.1 बिलियन से अधिक होने का अनुमान लगाया गया था।


"मौखिक स्वास्थ्य रोग देश भर के समुदायों में परेशान कर रहा है," डॉ। मार्शा बटलर, कोलगेट-पामोलिव के उपाध्यक्ष, वैश्विक मौखिक स्वास्थ्य और व्यावसायिक संबंध बताते हैं।  "अमेरिका में 5 और 17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए, दांतों का क्षय अस्थमा से अधिक आम है, जो कि बुखार से अधिक सामान्य है, और यह हमारे बच्चों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है।"

हाल ही में, नेशनल चिल्ड्रन डेंटल हेल्थ मंथ के जश्न के दौरान, कोलगेट और डॉ कार्मोना ने अनावरण किया "अमेरिकी सर्जन जनरल के सात कदम तेजस्वी मुस्कान के लिए," युक्तियां जो कोलगेट-पामोलिव से अनुदान के साथ विकसित की गई थीं। 

दांतों और मसूड़ों की मदद करने के लिए  मुख्य सात टिप्स नीचे पढ़ें :


1. दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से दांतों और मसूड़ों को ब्रश करें, खासकर नाश्ते के बाद और सोने से पहले।

2. नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाएं।

3. अपने दांतों को रोजाना फ्लॉस करें।

4. मजबूत, स्वस्थ दांतों और मसूड़ों के लिए फ्लोराइड कुल्ला का उपयोग करें।

5. प्रत्येक दिन स्नैक्स खाने की संख्या को सीमित करें और याद रखें कि स्वच्छ भोजन का प्रयोग करें और भरपूर मात्रा में कैल्शियम प्राप्त करें।

6. खेल खेलते समय माउथगार्ड पहनें।

7. दंत सीलेंट के बारे में अपने दंत पेशेवर से पूछेंअपने ब्राइट स्माइल्स, ब्राइट फ्यूचर्स प्रोग्राम, कोलगेट के माध्यम से, मुफ्त डेंटल स्क्रीनिंग, उपचार रेफरल और मौखिक स्वास्थ्य शिक्षा के साथ 50 मिलियन से अधिक बच्चों तक पहुँच गया है।  वर्ष 2010 तक इन सेवाओं के साथ 100 मिलियन बच्चों तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए कंपनी आधे से अधिक है। ब्राइट स्माइल, ब्राइट फ्यूचर्स बच्चों को उनके मौखिक स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखने का अधिकार देता है और इसके महत्व के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने में मदद करता है।  अच्छी दंत स्वच्छता बनाए रखना।

युवा और जीवंत त्वचा

कॉस्मेटिक उत्पादों पर हर साल अरबों खर्च किए जाते हैं जो झुर्रियों को हटाने, उम्र के धब्बों को हल्का करने और खुजली, झाई या लालिमा को खत्म करने का वादा करते हैं।  लेकिन आपकी त्वचा को स्वस्थ और युवा दिखने के लिए सबसे सरल और सस्ता तरीका धूप से बचकर रहना है।


सूरज की रोशनी झुर्रियों, सूखापन और उम्र के धब्बों का एक प्रमुख कारण है।  आपकी त्वचा उम्र के साथ बदलती है।  उदाहरण के लिए, आपको कम पसीना आता है जिससे शुष्कता बढ़ जाती है।  उम्र बढ़ने से त्वचा पतली हो जाती है और वसा कम होने लगती है। इसलिए यह कम मोटा और चिकना दिखता है।  विशेष रूप से संरचनाओं, नसों और हड्डियों को कम करना और अधिक प्रमुख हो जाता है।  घायल होने पर आपकी त्वचा को ठीक होने में अधिक समय लग सकता है।


धूप से बाहर रहकर इन परिवर्तनों में काफी देरी हो सकती है।  हालांकि सूर्य की क्षति को पूरी तरह से कम नहीं किया जा सकता है, त्वचा कभी-कभी खुद को पूर्ववत रूप ग्रहण कर लेता है। सूरज के हानिकारक परिणामों से खुद को बचाने के लिए कभी देर नहीं हुई।

बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करने के 5 तरीके:

1. सुरक्षात्मक कपड़े पहनें।  चौड़ी ब्रिम वाली टोपी जो आपकी गर्दन, कान, आंख और सिर को ढकने में सहायक हो, पहनना चाहिए।  चश्मे के साथ धूप का चश्मा का प्रयोग करना चाहिए जो कि सूरज की हानिकारक किरणों का 99 से 100 प्रतिशत तक रोक सकते हों।


धूप में जाने पर ढीले, हल्के, लंबे बाजू की शर्ट और लंबी पैंट या लंबी स्कर्ट पहनें।

2. अक्सर अपनी त्वचा की जाँच करें।  आकार, रंग-रूप, मोल्स और धब्बों के अनुभव में परिवर्तन देखें।  यदि आपको कोई भी परिवर्तन दिखाई देता है जो आपको चिंतित करता है तो डॉक्टर को दिखाएं।  अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी का सुझाव है कि पुराने, निष्पक्ष-चमड़ी वाले लोगों को एक वार्षिक शारीरिक परीक्षण के रूप में एक डॉक्टर द्वारा हर साल  त्वचा की जांच होनी चाहिए।

3. आर्टिफिशियल टैनिंग से बचें।  सनलैम्प्स और टैनिंग बेड का उपयोग न करें, साथ ही साथ टैनिंग की गोलियाँ और टैनिंग मेकअप भी न करें।  टैनिंग की गोलियों में एक रंग योजक होता है जो आपकी त्वचा को नारंगी रंग की बना देती है जब आप उन्हें लेते हैं।  एफडीए ने इस रंग को खाद्य पदार्थों को जोड़ने के लिए अनुमोदित किया है लेकिन त्वचा को कम करने के लिए नहीं।  टैनिंग की गोलियों में बड़ी मात्रा में रंग हानिकारक हो सकता है।  टैनिंग मेकअप उत्पाद सनटैन लोशन नहीं हैं और आपकी त्वचा को धूप से नहीं बचाएंगे।

4. सनस्क्रीन का प्रयोग करें। 


सनस्क्रीन को एक सन प्रोटेक्शन फैक्टर (एसपीएफ) के अनुसार मजबूती से रेट किया जाता है जो 2 से 30 या उससे अधिक होता है।  अधिक संख्या का मतलब लंबे समय तक सुरक्षा है।  15 या उससे अधिक के एसपीएफ नंबर वाले उत्पाद खरीदें। उन उत्पादों की भी तलाश करें जिनके लेबल रहते हैं: ब्रॉड स्पेक्ट्रम (जिसका अर्थ है कि वे दोनों प्रकार की हानिकारक सूरज की किरणों (यूवीए और यूवीबी) और पानी प्रतिरोधी (जिसका अर्थ है कि वे आपकी त्वचा पर लंबे समय तक रहते हैं भले ही आप गीले हो या बहुत पसीने से भीगे हो) से बचाते हैं।

5. धूप से बचे रहें।  सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच धूप से बचें।  यह तब होता है जब सूर्य की यूवी किरणें सबसे मजबूत होती हैं।  बादल छाने से मूर्ख मत बनो।  हानिकारक किरणें बादलों से होकर गुजरती हैं।  यूवी विकिरण भी पानी से गुजर सकता है। यदि आप पानी में हैं तो सुरक्षित रहें और ठंडा महसूस करें।

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

चिकने स्टाइलिश बालों के लिए 6 टिप्स

चाहे आप किसी पार्टी के लिए शानदार दिखना चाहते हैं और तैयार होने के लिए पूरी दोपहर तक आपके पास समय है या बस एक बैठक से पहले स्मार्ट होना चाहते हैं तो आपके बालों को शानदार दिखने के लिए और अपने आत्मविश्वास को वास्तविक रूप से बल देने के लिए कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं।


सुपर हेयर टिप नंबर 1:

ठीक से शैम्पू करें।  इससे मेरा मतलब है कि आपको अपने बालों के प्रकार के अनुसार मेल खाने वाले एक अच्छे गुणवत्ता वाले सैलून शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि आपके बाल काले हैं तो सुनिश्चित करें कि आपके शैम्पू का चुनाव उपयुक्त हो, इसी तरह अगर आपके बाल पतले, चिकने, सुनहरे हो सकते हैं।अपने स्टाइलिस्ट से बात करें। उनसे सलाह लें कि आपको सबसे अच्छा क्या लगता है?  बहुत से लोग बस अच्छे समझकर घर से कुछ उठा लेते हैं, जब उन्हें  ज़रूरत होती है एक शैम्पू की जो उन्हें सूट करता है।

सुपर हेयर टिप नंबर 2:

बाल कंडीशनर में एक सूत्रीकरण होता है जो आपके बालों को शरीर और चमक के अनुसार योग्य बना देता है। आप जानते हैं कि यदि आप कपड़े के कंडीशनर का उपयोग नहीं करते हैं तो कपड़े कितने असहज और खुरदरे होते हैं। अच्छी तरह से बाल एक समान होते हैं। एक अच्छा कंडीशनर आपके बालों को स्थिर रखने में मदद करता है जिससे घुंघरालापन कम हो जाता है। 


कंडिशनर को जड़ से सिरे तक मालिश करें और इसे छोड़ दें ताकि इसका असर ठीक से हो सके। इसे अच्छी तरह धोने से पहले बालों को वास्तव में स्वस्थ और चमकदार बनने दें।

सुपर हेयर टिप नंबर 3:

अपने बालों को अच्छी तरह से सुखा लें।  आधुनिक हेयर ड्रायर आपके बालों को उतना नुकसान नहीं पहुंचाएगा, जितना वे करते थे, लेकिन यदि आप अपने बालों को जल्दी सूखने के लिए ब्लो ड्रायर का उपयोग करने जा रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि आप इसे अपने बालों के ऊपर घुमाते रहें और अधिक गर्मी से बचने के लिए इसे समान रूप से सुखाएं।  यदि आपके पास समय है तो नुकसान से बचने के लिए अच्छी तरह से ड्रायर का उपयोग करें।


सुपर हेयर टिप नंबर 4:

एक अच्छे सीरम का उपयोग करें।  आपके बालों को चिकना करने के लिए डिज़ाइन किए गए बड़ी से बड़ी उत्पाद बाजारों  में विविध प्रकार के भरे  पड़े हैं। अधिकांश सैलून आपको फ्रिज़-सहज जैसे सीरम की दिशा में इंगित करने में सक्षम होंगे जो आपके बालों को शानदार दिखने में मदद करेंगे।  आमतौर पर हेयर सीरम तीन तरह से काम करता है। बालों को रिलैक्स करके, स्मूथ करके और स्टैटिक इलेक्ट्रिसिटी का प्रयोग करके।

सुपर हेयर टिप नंबर 5:

अच्छी क्वालिटी के हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करें।  ज्यादातर लोग पाते हैं कि सस्ता हेयर स्ट्रेटनर बहुत अच्छा काम नहीं करता है।  आपको पता चलता है  कि वह एक पास पर ठीक से किंक को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त गर्म नहीं होता हैं। सिरेमिक या ग्लास हीटिंग प्लेट के लिए सुनिश्चित करें कि एक उचित तापमान हो।  GHD स्ट्रेटनर सबसे लोकप्रिय ब्रांडों में से एक है और दुनिया भर में आमतौर पर सैलून में उपयोग किया जाता है।  उनकी प्लेटें तेजी से गर्म हो जाती हैं। आपके बालों को आसान बनाने के लिए चिकनी भी होती हैं जो सभी उन्हें दुनिया भर के सैलून में एक वास्तविक पसंदीदा बनाती हैं।  सिरेमिक प्लेटें आपके बालों से स्थैतिक बिजली का भी निर्वहन करने में मदद करेंगी।

सुपर हेयर टिप नंबर 6:

आप पौष्टिक आहार लें। आप जो खाते हैं और पीते हैं उससे आपके बालों को पोषक तत्व प्राप्त होते  हैं और अगर आप बहुत सारे विटामिन और खनिज युक्त संतुलित आहार नहीं लेते हैं तो यह कभी भी अच्छा नहीं लगेगा। 


बाल ज्यादातर प्रोटीन से बने होते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके आहार में बहुत सारे प्रोटीन शामिल हों।  पानी का अनुभव होने पर पानी भी उचित मात्रा में पीया करें  क्योंकि इससे आपके शरीर से अशुद्धियाँ बाहर निकलती है और आप स्वस्थ रहते हैं।

नाक: आकर्षक एवं सुडौल

ऐसा लगता है कि इस अपूर्ण दुनिया में पूर्णता की तलाश करना निरर्थक है। आदर्श क्या है कभी-कभी इसे प्राप्त करना इतना कठिन हो सकता है। यह किसी भी तरह पहले से ही उस सीमा पर है जिस सीमा पर यह पूरी तरह से पहुंच से बाहर होता है।  हालांकि, कॉस्मेटिक सर्जरी किसी भी तरह आदर्शवाद की दुनिया को हर किसी की पहुंच में लाने में कामयाब रही है। हालांकि इस मुद्दे के कई पहलू हैं। प्लास्टिक सर्जरी में एक दिलचस्प प्रक्रिया है जो आदर्श के अधिग्रहण को बढ़ावा देती है।  इस सर्जिकल प्रक्रिया को राइनोप्लास्टी या नाक पुनर्जीवन कहा जाता है। 

Ideal Nose

राइनोप्लास्टी को सबसे जटिल ऑपरेशन माना जाता है जिसे एक कॉस्मेटिक सर्जन को निपटाना पड़ता है। इसका उद्देश्य एक कूबड़ को हटाने, टिप या पुल को बदलने, नथुने की अवधि को कम करने और अन्य संशोधनों द्वारा किसी व्यक्ति की नाक की कार्यक्षमता और उपस्थिति में सुधार करना है। एक राइनोप्लास्टी प्रक्रिया में रोगियों और सर्जनों को समान रूप से वास्तव में प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है आदर्श नाक का अधिग्रहण। यह कहना अनावश्यक है कि आदर्श नाक रोगी-विशिष्ट है क्योंकि यह काफी हद तक रोगी की चेहरे की संरचना पर निर्भर है। पहली नज़र में, वास्तव में व्यक्तिगत मामलों की विविधता और जटिलता को देखते हुए एक निश्चित व्यक्ति के लिए सबसे अच्छी नाक का निर्धारण करना काफी मुश्किल है।  सौभाग्य से प्लास्टिक सर्जन और रोगियों के लिए, इस तरह के उद्देश्य के लिए एक तंत्र प्रदान किया गया है। द राइनोप्लास्टी सेंटर के डॉ. बेकर के अनुसार, आदर्श नाक वह है जो अन्य अनुकूल चेहरे की विशेषताओं के साथ सामंजस्यपूर्ण है। यह कोई संदेह नहीं है कि जो कोई भी अपनी नाक से खुश नहीं है उसे निश्चित रूप से आदर्श नाक की यह धारणा है जो वह करना चाहता है।

Ideal Nose


कुछ दोषों और खामियों को व्यावहारिक रूप से ठीक करने के अलावा एक व्यक्ति के चेहरे की विशेषताओं के साथ उसकी नाक अच्छी तरह से मिलती है।  एक नाक खुद से मौजूद नहीं है। यह आंखों, मुंह और चेहरे के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के साथ पूरक है।  एक निश्चित व्यक्ति के लिए सबसे अच्छी नाक निर्धारित करने के लिए कुछ मीट्रिक का पालन किया जाता है। हालांकि यह मात्रात्मक तकनीक वास्तव में सब कुछ कवर नहीं करती है जिसमें एक आदर्श नाक होने के बारे में जाना जाता है जिनका उपयोग सर्जनों को अपने मरीज की सर्जरी के लिए सबसे अच्छी योजना के साथ आने के लिए किया जाता है।  विशिष्ट माप जिन्हें आदर्श नाक का निर्धारण करने में देखने की आवश्यकता होती है वे कार्यरत हैं।  ये बस कुछ ही नाम के लिए nasofrontal कोण, नाक प्रक्षेपण, nasofacial, और nasomental कोण हैं। इन सभी को सटीक सुनिश्चित करने के लिए प्लास्टिक सर्जन द्वारा नोट किया जाता है। सामान्य रूप से, नासॉफैसिअल कोण 36 डिग्री होना चाहिए।  हालांकि, रोगी को इस तरह के नियम को सीधे लागू करने से पहले कुछ बातों पर ध्यान देना होगा। यह वह जगह है जहां प्लास्टिक सर्जन की विशेषज्ञता और ध्वनि निर्णय खेल में आते हैं। चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी में हाल के घटनाक्रम के साथ इस तंत्र को नियोजित करना कि मायावी सही नाक सुनिश्चित करना अब एक हाथ की लंबाई है।  एक बोर्ड-सर्टिफाइड फेशियल राइनोप्लास्टी इंस्ट्रूमेंट्स और तकनीकों में नवीनतम के साथ हर किसी के पास अब उसे पकड़ लेने का मौका है जिसे कभी इस यथार्थवादी और गैर-आदर्शवादी अस्तित्व में अगम्य और तर्कहीन माना जाता था।

बालों की रूसी तथा  

त्वचा की देखभाल के बारे में जानें।